माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात गोली मारकर हत्या कर दी गई। तीन हमलावरों ने अतीक अहमद (Mafia Atiq Ahmed) पर फायरिंग की, जिसके बाद उसकी और उसके भाई की मौके पर ही मौत हो गई। इन तीनों हमलावरों के नाम लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरुण मौर्या है। वहीं सनी सिंह से जुड़ा एक बड़ा खुलासा हुआ है।

बताया जा रहा कि सनी सिंह सुंदर भाटी गैंग के लिए काम करता था। हमीरपुर जेल में बंद सुंदर भाटी से वह लगातार मिलता रहता था। सनी सिंह पर कुल 17 मामले दर्ज हैं और पिछले 12 सालों से वह जेल के चक्कर काट रहा है। बताया जा रहा है कि सनी सिंह ने ही अतीक अहमद पर पहली गोली चलाई थी। हालांकि सनी सिंह अभी पुलिस की हिरासत में है।

वहीं सनी सिंह के भाई पिंटू सिंह ने बड़ा बयान दिया है। पिंटू सिंह ने कहा, “मेरे भाई के खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हैं। वह अपनी जीविका चलाने के लिए कुछ नहीं करता था। इस बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है कि अतीक अहमद और अशरफ की हत्या में मेरे भाई का हाथ है।”

कौन है सुंदर भाटी?

सुंदर भाटी का संबंध नोएडा से है। बुलंदशहर, गाजियाबाद और पश्चिमी यूपी के अन्य जिलों में सुंदर भाटी का एक समय में सिक्का चलता था। 90 के दशक में सुंदर भाटी का उदय हुआ और उसके बाद वह बड़े कारोबारियों से वसूली और रंगदारी मांगने लगा। सुंदर भाटी की पत्नी दनकौर से ब्लॉक प्रमुख भी रह चुकी हैं। सुंदर भाटी ने हरेंद्र प्रधान नाम के कारोबारी की हत्या कर दी थी। बताया जाता है कि रंगदारी ना देने के बाद हरेंद्र की हत्या हुई थी और इसी मामले में 2021 में सुंदर को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी।

सुंदर भाटी पर 40 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। यही नहीं उसके गुर्गों और सुंदर भाटी पर कुल मिलाकर 150 से अधिक केस दर्ज है। बुलंदशहर, दिल्ली, मेरठ, फरीदाबाद सहित कई जगहों पर सुंदर भाटी और उसके गिरोह के खिलाफ मुकदमें दर्ज हैं। योगी सरकार के आने के बाद सुंदर भाटी गिरोह की करोड़ों की संपत्ति कुर्क की गई।