दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस नेता शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत स्वाभाविक नहीं थी। लेकिन उनके शरीर में कोई रेडियोधर्मी तत्त्व नहीं मिला है। उनके विसरा नमूनों की एफबीआइ रिपोर्ट पर एम्स के मेडिकल बोर्ड के विश्लेषण के आधार पर पुलिस ने यह बात कही। दिल्ली के पुलिस आयुक्त बीएस बस्सी ने कहा कि इस हाई प्रोफाइल मामले को जल्द ही इसके तार्किक नतीजे तक ले जाया जाएगा। सभी संभव पक्षों की जांच की जा रही है। माना जा रहा है कि अब पुलिस अंतिम तफ्तीश करने जा रही है।
जानकारी के मुताबिक, पुलिस प्रमुख ने शुक्रवार को मुख्यालय में एक बैठक बुलाई जिसमें मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआइटी) ने हिस्सा लिया। दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त (कानून-व्यवस्था) दीपक मिश्र ने मामले से संबंधित सभी पक्षों के बारे में बताया। बता दें कि जांच में लगी टीम इस मामले में छह लोगों का पॉलीग्राफ टेस्ट (झूठ पकड़ने की मशीन) करा चुकी है। इसमें थरूर के घरेलू सहायक नारायण सिंह, चालक बजरंगी और थरूर दंपति के नजदीकी दोस्त संजय देवगन भी शामिल थे। इस मामले में थरूर से भी तीन बार पूछताछ की गई थी। इस मामले में एसके शर्मा, विकास अहलावत और सुनील का भी झूठ पकड़ने वाली मशीन से सामना कराया जा चुका है। सुनंदा के बेटे शिव मेनन से भी पूछताछ की गई थी। दिल्ली पुलिस ने एम्स से 29 दिसंबर 2014 को अंतिम पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद सुनंदा की हत्या का मामला दर्ज किया था। एम्स के मेडिकल बोर्ड ने तब सुनंदा की मौत का कारण जहर बताया था।
हालांकि एम्स के डाक्टर सुधीर गुप्ता ने रेडियोएक्टिव तत्त्व पोलोनियम से संभवत: सुनंदा की मौत होने की बात कहकर सनसनी फैला दी थी। इसके बाद पुलिस ने उनके विसरा नमूने की जांच विदेशी प्रयोगशाला में कराने का फैसला किया था। बस्सी ने यहां पत्रकारों से कहा कि एक बात साफ है कि मौत सामान्य नहीं थी। अब तक की हमारी जांच और प्राप्त साक्ष्यों के अनुसार यह मौत अस्वाभाविक थी। मैं इस बात को निश्चय के साथ कह सकता हूं।
पहले इस बात की अटकलें लगाई जा रही थी कि हो सकता है कि सुनंदा की मौत रेडियोधर्मी तत्त्वों से हुई हो। एफबीआइ ने दो महीने पहले दिल्ली पुलिस को अपनी रिपोर्ट भेज दी थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि सुनंदा के विसरा के नमूनों में रेडियोधर्मी पदार्थ का स्तर मानक सुरक्षा मानदंडों के भीतर था। इस रिपोर्ट में अन्य तथ्यों का भी उल्लेख किया गया है।
दिल्ली पुलिस एफबीआइ रपट के आधार पर मौत की वजह को तय नहीं कर पाई थी और उसने रपट को विश्लेषण के लिए एम्स के मेडिकल बोर्ड को भेज दिया था। बस्सी ने कहा कि मेडिकल बोर्ड ने 32 पृष्ठों के संलग्नक के साथ 11 पृष्ठों की रिपोर्ट सौंपी है जिसकी छानबीन की जानी है। उन्होंने कुछ नतीजों का जिक्र किया है जिसकी जांच होनी है। 17 जनवरी, 2014 की रात को सुनंदा (51) दक्षिणी दिल्ली के एक पांच सितारा होटल के कमरे में मृत मिली थीं। मौत से एक दिन पहले सुनंदा का पाकिस्तानी पत्रकार मेहर तरार से माइक्रो-ब्लागिंग वेबसाइट ट्विटर पर विवाद हुआ था। उनके पति थरूर के साथ पत्रकार के कथित संबंधों को लेकर यह विवाद हुआ था।
बस्सी ने कहा कि मेरी जानकारी में एफबीआइ रपट में किसी खतरनाक रसायन का जिक्र नहीं है। एफबीआइ रपट में कहा गया है कि किसी भी नमूने में कोई रेडियोधर्मी पदार्थ नहीं था। बस्सी ने दावा किया कि कोई भी रेडियोधर्मी पदार्थ नहीं था, मैं इस बात की पुष्टि कर सकता हूं लेकिन रपट में कुछ और चीजें हैं। हमने पूरी रिपोर्ट मेडिकल बोर्ड को सौंप दी थी जिसने विश्लेषण के बाद हमें रपट दी। उन्होंने कहा कि एफबीआइ रिपोर्ट में कहा गया है कि रेडियोधर्मी पदार्थ का स्तर सुरक्षित सीमा तक था। इसने रेडियोधर्मी पदार्थ की मौजूदगी के पक्ष को नकार दिया है। एफबीआइ प्रयोगशाला को कुछ अन्य रासायनिक यौगिक मिले हैं। मेडिकल बोर्ड ने कुछ निष्कर्ष दिए हैं। हम उनकी जांच करेंगे।
उलझती रही गुत्थी
- दिल्ली पुलिस ने एम्स से 29 दिसंबर 2014 को अंतिम पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद सुनंदा की हत्या का मामला दर्ज किया था। एम्स के मेडिकल बोर्ड ने तब मौत का कारण जहर बताया था।
- एम्स के डाक्टर सुधीर गुप्ता ने रेडियोएक्टिव तत्त्व पोलोनियम से संभवत: सुनंदा की मौत होने की बात कहकर सनसनी फैला दी थी। इसके बाद पुलिस ने उनके विसरा नमूने की जांच विदेशी प्रयोगशाला में कराने का फैसला किया था।
- दिल्ली पुलिस एफबीआइ रपट के आधार पर मौत की वजह को तय नहीं कर पाई और उसने रिपोर्ट को विश्लेषण के लिए एम्स के मेडिकल बोर्ड को भेज दिया था। मेडिकल बोर्ड ने 32 पृष्ठों के संलग्नक के साथ 11 पृष्ठों की रिपोर्ट सौंपी है जिसकी छानबीन की जानी है।
कुछ तो है…
एफबीआइ रिपोर्ट में कहा गया है कि किसी भी नमूने में कोई रेडियोधर्मी पदार्थ नहीं था। लेकिन रपट में कुछ और चीजें हैं। हमने पूरी रिपोर्ट मेडिकल बोर्ड को सौंप दी थी जिसने विश्लेषण के बाद हमें रपट दी। एफबीआइ प्रयोगशाला को कुछ अन्य रासायनिक यौगिक मिले हैं। मेडिकल बोर्ड ने कुछ निष्कर्ष दिए हैं। हम उनकी जांच करेंगे।
-बीएस बस्सी, दिल्ली पुलिस कमिश्नर