बसपा प्रमुख मायावती ने ‘स्टैण्ड अप इंडिया’ को ‘चुनावी ड्रामेबाजी’ बताते हुए बुधवार (6 अप्रैल) को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दलितों और आदिवासियों की इतनी ही चिन्ता है तो वह सबसे पहले सरकारी नौकरियों में रिक्त आरक्षित पदों को भरें। मायावती ने यहां एक बयान में मोदी द्वारा मंगलवार (5 अप्रैल) को शुरू किये गये स्टैण्ड अप इंडिया योजना को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले ‘चुनावी ड्रामेबाजी’ बताते हुए कहा, ‘‘अगर उन्हें दलितों, आदिवासियों को अपने पांव पर खडा करने की इतनी ही चिन्ता है तो उन्हें सबसे पहले सरकारी नौकरियों में खाली पडे आरक्षित पदों को भरना चाहिए….स्टार्ट अप इंडिया और स्टैण्ड अप इंडिया जैसे कार्यक्रम जनता को बर्गलाने का प्रयास है।’’

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के तहत सरकारी मंत्रालयों में ठेका इन वर्गों के लोगों के लिए आरक्षित किया जाना चाहिए, जैसा उत्तर प्रदेश में बसपा सरकार ने करके दिखाया था। मायावती ने कहा कि भाजपा और उसके नेतृत्व वाली केंद्र सरकार अपनी संकीर्ण, जातिवाद एवं कट्टरवादी रवैये के साथ साथ गलत नीतियों और कार्यप्रणाली के कारण जनता का विश्वास बहुत तेजी से खोती जा रही है। लोगों का ध्यान बंटाने के लिए अब उसे नये नये शिगूफे छोडने पड़ रहे हैं और नयी नयी पैंतरेबाजी करनी पड़ रही है।

बसपा प्रमुख ने कहा कि किस्म किस्म की योजनाओं की घोषणा कर समाज के गरीब और उपेक्षित वर्ग के लोगों को हसीन सपने दिखाने में कांग्रेस को काफी महारथ रही है और अब भाजपा सरकार भी उसी कांग्रेसी मानसिकता से काम कर रही है। मायावती ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस दोनों की लुभावनी घोषणाओं से जनता को सावधान रहने की आवश्यकता है।