Samajwadi Party March: उत्तर प्रदेश में सोमवार (19 सितंबर) से विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हो रहा है। इसके पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव के नेतृत्व में पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार के खिलाफ अपने पार्टी कार्यालय से राज्य विधानसभा तक मार्च निकाला। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें बीच में ही रोक दिया। पुलिस का कहना है कि इस रूट पर मार्च की अनुमति नहीं ली गयी थी।

लखनऊ ज्वाइंट कमिश्नर लॉ एंड ऑर्डर, पीयूष मोर्डिया ने कहा, “पैदल यात्रा की जानकारी मिली थी। इसके लिए पूर्वानुमति नहीं ली गई थी। हमने उनको एक मार्ग निर्धारित करके दिया था जिससे यातायात और अन्य परेशानी नहीं होती। उन्होंने यह नहीं माना। हमारे पास उनको रोकने के अलावा कोई अन्य उपाय नहीं है।”

वहीं, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का कहना है, “सड़कों की हालत खस्ता है। किसानों को कोई मुआवजा नहीं-कुछ इलाकों में बाढ़ और कुछ इलाकों में सूखा पड़ा है। लंपी वायरस से गायों की मौत हो रही पर सरकार ने मदद नहीं दी। महंगाई बढ़ रही है, कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब है, बेरोजगारी बढ़ रही है। सरकार हमारा सामना क्यों नहीं करना चाहती?”

शिवपाल और राजभर को भी आना चाहिए: मानसून सत्र शुरू होने से पहले रविवार को समाजवादी पार्टी ने विधायकों और विधान परिषद सदस्यों की बैठक बुलाई। बैठक के बाद विधायक मनोज पांडेय ने बताया कि सपा विधायक विधानसभा में सोमवार सुबह पैदल मार्च करते हुए जाएंगे। सपा MLA इरफान सोलंकी ने कहा, “वो भी जनता के प्रतिनिधि हैं, अगर जमीर जिंदा है तो शिवपाल यादव और ओपी राजभर को भी मार्च में आना चाहिए। अगर जनता ने वोट देकर चुना है तो हमारा फर्ज बनता है कि आपके दुख को अपना समझें।”

राजभर कितना घर से निकलते हैं: विधायक ने राजभर पर सवाल उठाते हुए कहा कि वो कितना घर से निकलते हैं। कभी उनसे भी तो पूछिए कि भाईसाहब आप कितना निकलते हैं। जितना अखिलेश यादव दौरा करते हैं उसका 25 प्रतिशत भी वो करें हों तो हिसाब दें। शिवपाल और राजभर के मार्च में शामिल होने के सवाल पर इरफान सोलंकी ने कहा कि ये तो पार्टी अध्यक्ष का फैसला होगा, जैसा वो चाहेंगे वैसा होगा।

सोमवार को होगा सपा का पैदल मार्च: सोमवार सुबह 10 बजे अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी पदयात्रा करेगी जो समाजवादी पार्टी के कार्यालय से शुरू होकर विधानसभा तक जाएगी। इस पदयात्रा में महिलाओं समेत सभी विधायक शामिल होंगे। सपा का ये पैदल मार्च महंगाई और बेरोजगारी को लेकर है। इस बात की जानकारी सपा विधायक ने दी है।

पार्टी कार्यालय से विधानसभा तक मार्च: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र चौधरी ने बताया कि पैदल मार्च में शामिल विधायकों और विधान परिषद सदस्य के हाथों में तख्तियां होंगी जिन पर महंगाई, बेरोजगारी, शिक्षा, महिलाओं के शोषण, कानून व्यवस्था की बदहाली, स्वास्थ्य के क्षेत्र में गड़बड़ी, बिजली संकट, किसानों नौजवानों के साथ हो रहे अन्याय से जुड़े मुद्दों का जिक्र होगा। चौधरी ने बताया कि यह पदयात्रा पार्टी कार्यालय से शुरू होकर विधानसभा तक जाएगी।