अयोध्या में राम मंदिर लोगों की आस्था से ज्यादा शायद चुनावी मुद्दा हो गया है। यही वजह है कि प्रत्येक राजनैतिक पार्टी इस मुद्दे को भुनाने की कोशिश में जुटी है। अब समाजवादी पार्टी के एक सांसद ने भी अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की वकालत की है। दरअसल समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि “मैं भी भगवान राम का भक्त हूं और मुझे विश्वास है कि आगामी लोकसभा चुनावों को देखते हुए अगले 3-6 महीनों में हम अयोध्या में राम मंदिर बनता हुआ देखेंगे।” सुरेंद नागर से पहले संत समाज भी अयोध्या में मंदिर निर्माण को लेकर केन्द्र सरकार को अल्टीमेटम दे चुका है, वहीं शिवसेना ने भी ऐलान कर दिया है कि दीपावली के बाद शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे, लाखों शिवसैनिकों के साथ अयोध्या जाएंगे और राम मंदिर का निर्माण कार्य शुरु करेंगे।
गौरतलब है कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी कुछ समय पहले राम मंदिर की तर्ज पर भगवान विष्णु के भव्य मंदिर के निर्माण की बात कही थी। अखिलेश यादव ने कहा था कि उनकी पार्टी के सत्ता में आने पर वह भगवान विष्णु के नाम पर एक शहर विकसित करेंगे। अखिलेश यादव ने कहा कि यह मंदिर कंबोडिया के अंकोरवाट मंदिर की तर्ज पर बनाया जाएगा और उसके लिए एक टीम कंबोडिया भेजी जाएगी। वहीं भाजपा को राजनैतिक पार्टियों ने राम मंदिर के निर्माण के मुद्दे पर घेरना शुरु कर दिया है।
संत समाज भी अब जल्द ही अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की बात कह रहा है। विश्व हिंदू परिषद ने भी पिछले दिनों संसद में कानून बनाकर अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण जल्द शुरु करने की मांग की थी। अब अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने भी विश्व हिंदू परिषद की उस मांग का समर्थन किया है। न्यूज 18 की एक खबर के अनुसार, भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने भाजपा को चेताते हुए कहा है कि भाजपा अगर सोचती है कि उसे विकास के नाम पर जनता ने वोट दिया तो ये भाजपा की बहुत बड़ी भूल है। उन्होंने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनावों में भाजपा को हिंदुत्व के नाम पर वोट मिला था और लोगों ने पीएम मोदी को इस विश्वास पर वोट दिया था कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होगा।