Shivpal Yadav Vs Akhilesh Yadav: उत्तर प्रदेश में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी-लोहिया (पीएसपी-एल) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव ने शुक्रवार को घोषणा की कि उनकी पार्टी समाजवादी पार्टी के साथ कभी गठबंधन नहीं करेगी। भाजपा और प्रसपा के रुख पर शिवपाल ने कहा कि पार्टी के नेताओं ने अभी इस मुद्दे पर फैसला नहीं लिया है। जबकि बाकी पार्टियों से गठबंधन के लिए रास्ते खुले रहेंगे।
शिवपाल ने कहा कि उन्होंने बड़े भाई मुलायम सिंह यादव के साथ शुरू से ही सपा को स्थापित करने के लिए घंटों मेहनत की। अब उसी अनुभव का इस्तेमाल पीएसपी-एल को मजबूत करने में करेंगे।
प्रदेश मुख्यालय पर मीडिया से बातचीत के दौरान प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव ने कहा कि आगामी नगर निकाय चुनाव में नगर निगम, नगर पालिका परिषद और नगर पंचायत की सभी सीटों पर उनकी पार्टी का हर कार्यकर्ता चुनाव मैदान में उतरेगा। इसकी जानकारी जिला अध्यक्षों को पार्टी लेवल पर दी जा चुकी है। इस दौरान शिवपाल यादव ने महंगाई को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार और महंगाई अपने चरम पर है।
सपा के साथ आकर बहुत बड़ी भूल की: शिवपाल
यूपी 2022 विधानसभा चुनाव को लेकर सपा के साथ आने पर शिवपाल ने इसे बहुत बड़ी भूल बताया। उन्होंने कहा कि आखिरकार, हमने महसूस किया है कि यह एक बड़ी गलती थी। हमें अपनी पार्टी के लिए एक सीट के सपा के प्रस्ताव पर सहमत नहीं होना चाहिए था। हमने 100 सीटों के लिए कहा था, लेकिन हमारी मांग को बिल्कुल खारिज कर दिया गया था।
शिवपाल बोले- प्रसपा को चुनाव चिह्न देर से मिला
शिवपाल ने स्पष्ट किया था कि 2022 के चुनावों में चुनाव आयोग की ओर से पीएसपी-एल को चुनाव चिन्ह आवंटित करने में देरी भी एक कारण था, जो सपा के साथ जाने के उनके फैसले पर भारी पड़ा। उनके पास मतदाताओं के पास जाने और उन्हें अपने चुनाव चिन्ह से परिचित कराने के लिए पर्याप्त समय नहीं बचा था।
मैं समाजवादी विचारधारा से प्रभावित रहा हूं: प्रसपा प्रमुख
आने वाले दिनों में भाजपा का साथ देने की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर प्रसपा प्रमुख ने कहा कि पार्टी नेताओं ने अभी तक इस मामले पर चर्चा नहीं की है। उन्होंने कहा, “जब से मैंने राजनीति में कदम रखा है, मैं समाजवादी विचारधारा से प्रभावित रहा हूं।” पार्टी को मजबूत करने की अपनी योजनाओं के बारे में बात करते हुए शिवपाल ने कहा कि पिछले 15 दिनों के भीतर पार्टी ने आदित्य यादव को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया। निकट भविष्य में राज्य और जिला कार्यकारिणी समितियों का गठन किया जाएगा।
महंगाई रोकने पर भाजपा विफल साबित हुई: शिवपाल
सत्तारूढ़ भाजपा पर निशाना साधते हुए शिवपाल ने कहा कि सरकार लोगों की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाई है। उन्होंने कहा, “आवश्यक वस्तुओं और ईंधन की कीमतें बढ़ रही थीं। ग्रामीण इलाकों में बिजली की स्थिति बद से बदतर हो गई है। गांवों में लोगों को प्रतिदिन आठ घंटे बिजली की आपूर्ति भी नहीं की जा रही है।” उन्होंने कहा, “किसान सबसे ज्यादा प्रभावित हैं और सरकार उनकी किसी भी तरह से मदद करने में बुरी तरह विफल रही है।”
बता दें, यूपी विधानसभा चुनाव के बाद अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के बीच आरोप-प्रत्यारोप को दौर शुरू हो गया था। शिवपाल यादव ने अखिलेश यादव पर कई तरह के आरोप लगाए थे। उन्होंने अखिलेश यादव को राजनीति को कच्चा खिलाड़ी तक करार देते हुए कहा था कि अगर अखिलेश ने मेरी बात मानी होती तो उत्तर प्रदेश के आज वो मुख्यमंत्री होते।