समाजवादी पार्टी (सपा) में अंदरूनी कलह और परिवारवाद के आरोपों से जूझ रहे पार्टी प्रमुख और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने जुबानी वार किया है। कभी सपा के तगड़े सिपाहसलार माने जाने वाले दो दिग्गज नेताओं को गहरा सियासी संदेश देने की कोशिश करते हुए बीजेपी के प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कहा है कि शिवपाल सिंह यादव (अखिलेश के चाचा, जिनसे अब कथित तौर पर खटपट है) और आजम खान (सपा के सीनियर नेता फिलहाल जेल में बंद हैं और उनका पहले जैसा रुतबा नहीं है) यह समझ लें कि जो व्यक्ति अपने पिता से जबरन अध्यक्ष पद छीन लेता हो, उस तरह के इंसान के लिए रिश्ते मायने नहीं रखते हैं।

शुक्ला ने सोमवार (11 अप्रैल, 2022) को एक हिंदी चैनल से फोन पर बातचीत के दौरान बताया, “अखिलेश जब यूपी के सीएम, तब सूबा बदहाल हो गया था। उन्होंने आगे जब राष्ट्रीय अध्यक्ष का पदभार संभाला तो सपा बदहाली की तरफ बढ़ गई। आजम खान हों या फिर शिवपाल यादव, इन लोगों को यह बात समझ लेनी चाहिए कि जो अपने पिता से राष्ट्रीय अध्यक्ष की कुर्सी छीन लेते हों, तो ऐसे लोगों के लिए किसी रिश्ते के मायने नहीं हैं।”

भाजपा प्रवक्ता आगे भी अखिलेश पर हमलावर तेवर अपनाते हुए बोले- वह अहंकार से भरे हुए हैं। उन्हें इस बात के मद्देनजर अपना अवलोकन करना चाहिए। वरना पार्टी जिस दिशा में जा रही है, उसके जिम्मेदार वह खुद हैं। रही बात अब्दुल्ला आजम खान की तो यूपी में कानून राज है। जो अपराध करेगा, वह जेल जाएगा। ऐसे में आजम खान के बेटे और तमाम इस तरह के लोगों को समझ लेना चाहिए कि यूपी में कानून का राज है। वे ऐसे में इस प्रकार की कानून को चुनौती देने वाली चीजों से तौबा कर लें।

हालांकि, इसी चैनल पर भुवन चंद्र जोशी ने उन दावों को खारिज कर दिया जिनमें आजम खान के मीडिया प्रभारी फसाहत अली ने कहा था अखिलेश उनकी मदद नहीं कर रहे हैं। जोशी के मुताबिक, खान के साथ सपा का पूरा साथ है। अखिलेश उनके परिवार से मिले हैं। घर वाले भी बोले हैं कि अखिलेश उनका पूरा समर्थन कर रहे हैं। मुझे लगता है कि उनका व्यक्तिगत बयान है, जबकि पूरी पार्टी खान के साथ खड़ी है। हम किसी की निजी टिप्पणी (खान के मीडिया प्रभारी) पर प्रतिक्रिया नहीं देते हैं।