UP Politics: प्रगतिशील समाज पार्टी के प्रमुख शिवपाल यादव ने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर गीता संदेश के बहाने अपने भतीजे और सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर तीखा हमला किया है। कृष्ण जन्मोत्सव पर उनका बधाई संदेश चर्चा का विषय बन गया है।

उन्होंने कहा कि जब कोई भी कंस अपने पूज्य पिता को छल बल से अपमानित कर पद से हटाकर आधिपत्य स्थापित करना चाहता है तो धर्म की रक्षा के लिए मां यशोदा के लाल श्रीकृष्ण जरूर अवतार लेते हैं और योग माया से अत्यारों को दंड देकर धर्म की स्थापना करते हैं।

प्रसपा प्रमुख ने अपने बधाई संदेश की शुरुआत में प्रिय ययाति सुत यदुवंशियों को संबोधित करते हुए पत्र लिया। गीता नें भगवान कृष्ण के संदेश का जिक्र करते हुए लिखा- यदा यदा ही धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत। अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम। उन्होंने इस संदेश का उल्लेख करते हुए अत्याचारियों को दंड देकर धर्म की स्थापना किए जाने की बात कही।

उन्होंने कहा, “पूज्यजन और श्रेष्ठ यदुवंशी वीरों निसंदेह प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया भी ईश्वर द्वारा रचित किसी विराट नियति और विधान का परिणाम है। मेरे यदुवंशी भाईयों और बहनों आप सभी धरा पर धर्म रक्षक श्री कृष्ण विराट व्यक्तित्व की प्रति छाया है। स्वभाविक तौर पर ऐसे में धर्म की रक्षा में आपका दायित्व भी महत्वपूर्ण और शाश्वत है इसलिए हे श्रेष्ठ वीरों समाज में धर्म की स्थापना शांति सुरक्षा सद्भाव समरसता समन्वय एकता और लोक कल्याण के लिए मैं आप सभी से आह्वान करता हूं।”

शिवपाल और अखिलेश के रिश्तों में काफी समय से तनाव देखने को मिल रहा है। शिवपाल कई बार अखिलेश को निशाने पर लेते देखे गए हैं। कुछ समय पहले ही शिवपाल ने अखिलेश को लेकर तंज कसा था कि अगर वो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मिलने का समय मांगे तो वो मिलने से मना नही करते हैं। वहीं, अखिलेश यादव से मिलने का समय मांगा जाए तो वो मीटिंग में भी नहीं बुलाते हैं। उन्होंने बताया कि कई बार वो क्षेत्र की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर चुके हैं।