शिवसेना ने औरंगाबाद के नगर निगम में सांसद इम्तियाज जलील के अभिनंदन प्रस्ताव पर हुए हंगामे को लेकर ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम को चेतावनी दी। पार्टी के मुखपत्र सामना में सोमवाल को लिखे संपादकीय में नगर पालिका में हुए सासंद के स्वागत प्रस्ताव पर हुए हंगामे का जिक्र किया गया।
शिवसेना ने ‘तो घर में घुस कर मारेंगे’ शीर्षक से लिखे संपादकीय में इस तरह के प्रस्ताव पर कहा कि देश विरोधी भूमिका निभाने वालों का अभिनंदन करना देशद्रोह है। इसमें कहा गया कि संभाजीनगर में ओवैसी पार्टी के सांसद जीतते ही जो उन्माद शुरू हुआ है वह संतापजनक है।
इसमें कहा गया गया कि पार्टी नाममात्र वोटों से औरंगाबाद में चुनाव हारी है। इसलिए यहां का मुस्लिम नामर्द नहीं बन गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस तरह पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों को मारा था, वही आक्रमण हमारे लिए संभव है। संभाजीनगर के औरंगाबाद में घुसकर औरंग्या के पि… को कुचलने की हिम्मत हिंदुओं की कलाई में है।
हिंदुओं पर अत्याचार करने वालों के लिए यह चुनौती है। संपादकीय में लिखा गया कि शिवसेना भाजपा युति ने अपना धर्म नहीं छोड़ा है। संभाजीनगर की अस्मिता के लिए तथा हिंदुओं की रक्षा के लिए शिवसेना अपना आंदोलन जारी रखेगी। पार्टी यहां हमेशा से हिंदुओं की हितरक्षक की भूमिका में रही है।
मालूम हो कि इस बार लोकसभा चुनाव में शिवसेना को औरंगाबाद सीट पर हार का सामना करना पड़ा था। इस सीट शिवसेना का पिछले 30 साल से कब्जा था।यहां से एआईएमआईएम के इम्तियाज जलील ने जीत दर्ज की थी। इससे पहले ओवैसी की पार्टी के सांसद के स्वागत के प्रस्ताव पर उनकी ही पार्टी के नेता नासेर सिद्दीकी ने हंगामा किया।
लेख में कहा गया कि सदन में हंगामा लोगों के सवालों या राष्ट्रीय हित के मुद्दों पर नहीं हुआ बल्कि यह जलील की दुर्घटनावश की जीत के अभिनंदन के मामले को लेकर हुआ। शिवसेना का कहना है कि जब संभाजीनगर पालिका में पीएम नरेंद्र मोदी की जीत के साथ सभी सांसदों की जीत के लिए प्रस्ताव आ ही रहा था तो इम्तियाज के लिए अगल से प्रस्ताव लाने की क्या जरूरत है।