महाराष्ट्र सियासी घमासान में उद्धव ठाकरे के इस्तीफा देने के बाद शिवसेना नेता संजय राउत ने एक तस्वीर शेयर की है जिसकी पीठ पर छूरे के वार के निशान हैं। इस तस्वीर को उन्होंने उद्धव ठाकरे बताया है। इस मुद्दे पर डिबेट के लिए बीजेपी के शहजाद पूनावाला और शिवसेना के आनंद दुबे आमने सामने थे। एंकर अंजना ओम कश्यप ने शहजाद पूना वाला से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीर के बारे में पूछते हुए सवाल उठाया कि
शहजाद पूनावाला जी क्या एकनाथ शिंदे ने आपके समर्थन से ये घाव किया है? यही शिवसेना का आरोप है इस पर क्या कहेंगे

इस शहजाद पूनावाला ने जवाब देते हुए कहा, कई लोग ये भी कहेंगे कि 2019 में जो जनादेश नरेंद्र मोदी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस जी के नाम पर मिला था, उस जनादेश की पीठ में छुरा किसने घोंपा? कुछ लोग कहेंगे हिन्दुत्व की पीठ पर छुरा किसने घोंपा? सावरकर की विचारधारा पर चलने वाली शिवसेना हुआ करती थी उद्धव जी की उसकी पीठ पर छुरा किसने घोपा? जो लोग इतराते थे कि बाबरी ढांचे को हमने 17 मिनट में गिराया है फिर अचानक वो लोग ऐसे लोगों के साथ आ गए जो लोग पिछले 70 वर्षों से राम मंदिर बनने पर रोक लगाए हुए थे? मैं कुछ नहीं कह रहा हूं इस तस्वीर पर… कुछ लोग ये विश्लेषण कर रहे हैं कि हिन्दुत्व की पीठ पर ये छुरा किसने घोंपा?

छुरा तो बीजेपी का था जो एकनाथ शिंदे ने भोंका
इस डिबेट शो के दौरान शिवसेना प्रवक्ता ने बीजेपी और एकनाथ शिंदे पर निशाना साधते हुए कहा, वर्षों से जो हिन्दुत्व को लेकर बड़ी-बड़ी बातें करते थे हिन्दुत्व के नाम पर 5 साल तक फ्रंटफुट पर जो खेले उन्होंने तो किया नहीं और हमने कर दिया। और रही बात छुरे की… अरे छुरा तो बीजेपी का है चलाने वाले शिंदे हैं। उसका कोई गम नहीं है। ये सत्ता आएगी और जाएगी मेरे चेहरे पर या हमारे नेताओं के चहरों पर कोई शिकन नहीं है। कल जिस प्रकार से आदरणीय उद्धव जी ने इस्तीफा दिया, उनके चेहरे पर जो शालीनता और शिष्टाचार था ना वो दर्शाता है कि हम सत्ता के लोभी कभी नहीं रहे।

एंकर अंजना ओम कश्यप ने शिवसेना प्रवक्ता से एक ही दिन में तीन शहरों के नाम बदले जाने पर सवाल उठाते हुए कहा, एक ही दिन में आप तीन-तीन शहरों के नाम बदलने को मजबूर हो गए थे? आखिर ढाई साल के बाद इस संकट के बीच औरंगाबाद को संभाजी नगर, उस्मानाबाद को धाराशिव सहित तीन शहरों के नाम बदल डाले इतने दिन आप क्या कर रहे थे?

नाम बदला उसकी खुशी कम है और देर से बदला इसका गम ज्यादा है
1996 में जब हमारी सरकार बीजेपी के साथ मिलकर बनी थी तब ही हमने ‘संभाजी नगर’ कैबिनेट में पास कर दिया था लेकिन बाद में कुछ लोग कोर्ट चले गए और 1999 में हमारी सरकार चली गई। बाद में फिर कांग्रेस और एनसीपी की सरकारें आई जिन्होंने इस पर ध्यान नहीं दिया। और फिर एक बार 5 साल हम बीजेपी के साथ सत्ता में रहे नहीं कर पाए लेकिन हमें इस बार ये काम करना ही था। और हमने कर दिखाया ये चाहे पहले किया हो या बाद में किया कर तो दिया ना। अब हमने कल किया है उसकी खुशी कम मनाई जा रही है लेकिन लास्ट में क्यों किया वो ज्यादा दिखाई दे रही है।

आने वाले विधानसभा चुनाव में हम 120 सीटें जीतेंगेः सुनील राउत
जब सुनील राउत से पूछा गया कि उद्धव जी बागी विधायकों की बातों पर कभी ध्यान नहीं देते थे उनसे मिलना भी पसंद नहीं करते थे तो इस पर उन्होंने जवाब देते हुए कहा, अभी जो विधायक हमारे साथ हैं उनसे पूछो कि उद्धव जी मिलते थे या नहीं मिलते थे। उद्धव जी सबसे मिलते थे हमको ये बात बोलने में और भी खुशी होती है कि जब हमने बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाई थी तब से अब की तुलना में हमें पहले 10 गुना ज्यादा फंड मिला काम करने के लिए। जो विधायक गए हैं उनको बनाने वाली शिवसेना ही है। आज 40 गए हैं आप देख लेना उनमें से एक भी चुनाव नहीं जीतेगा। आने वाले विधानसभा चुनाव में हम उद्धव जी के नेतृत्व में 40 नहीं 120 विधायक जीतेंगे।

ये डरे हुए लोगों की सरकारः संजय राउत
वहीं संजय राउत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मैं कैसे जिम्मेदार हो सकता हूं सरकार गिरने का? मैंने तो सरकार बनाई है… हां अभी जब सरकार बनी थी महाविकास अघाड़ी की तब भी मुझे जिम्मेदार ठहराया तब तो ये लोग जो निकल गए बहुत खुश थे तो अब क्या नया चमत्कार हो गया महाराष्ट्र में? तब तो सबने मंत्रिपद भी लिया और सत्ता में भी जाकर बैठे अब क्या हो गया उनको? देखिए ये बहाना है। ये अंडर प्रेशर सरकार बनी है और प्रेशर किसका और क्यों होता है आप जानते हैं। अभी कल मैं खुद ईडी के सामने पेश हो रहा हूं। मैं नहीं डरा हूं मैं अभी भी अपनी पार्टी के साथ हूं मैं गुवाहाटी नहीं गया। हम डरे नहीं हैं और ये डरे हुए लोगों की सरकार है।

संजय राउत ने ट्विटर पर डाला था स्कैच
आपको बता दें कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के अपने पद से इस्तीफा देने के साथ ही विधान परिषद की सदस्यता भी छोड़ दी है। वहीं, महाराष्ट्र से महाविकास अघाड़ी की सरकार गिरने के बाद शिवसेना नेता संजय राउत ने बागी विधायकों पर निशाना साधा है। ट्विटर पर पोस्ट शेयर की जिसमें एक तस्वीर के पीछे से चाकुओं के वार किए गए हैं। इस तस्वीर को ट्वीट कर राउत ने कहा कि शिवसेना को अपनों ने ही खंजर घोंपा है।