गोवा में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में सियासी सरगर्मियों का दौर बढ़ गया है। इसी कड़ी में टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी गुरुवार (28 अक्टूबर) से पांच दिवसीय गोवा दौरा पर रहेंगी, उनके दौरे से पहले गोवा में कई जगहों पर ममता बनर्जी के बैनर और पोस्टर फाड़े जाने तथा होर्डिंग्स पर कालिख पोते जाने का मामला सामने आया है। तृणमूल कांग्रेस ने इसके लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है। टीएमसी की तरफ से राज्यपाल को ज्ञापन सौंपते हुए दखल की मांग की गई है और सरकार बर्खास्त करने की अपील भी की है।

वहीं दूसरी तरफ भाजपा ने दावा किया था कि तृणमूल कांग्रेस की गोवा इकाई ने सोशल मीडिया पर कार्टून पोस्ट किया है जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत को ममता बनर्जी अपने पैरों तले कुचलने का प्रयास करती दिख रही हैं। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सांवत के कार्यालय ने बयान में दावा किया कि बनर्जी की पार्टी द्वारा किए गए ट्वीट को तुरंत हटा दिया गया। मुख्यमंत्री कार्यालय ने हालांकि तृणमूल कांग्रेस के कथित ट्वीट के स्क्रीनशॉट को साझा किया।

इसके बाद तृणमूल कांग्रेस की ओर से राज्य में लगाए गए कई पोस्टर और होर्डिंग में तोड़-फोड़ की गई जिनमें ममता बनर्जी की तस्वीर थी। तृणमूल कांग्रस के राज्यसभा सदस्य डेरेक ओ ब्रायन ने बुधवार को संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘ (देश में इस समय)एकमात्र महिला मुख्यमंत्री का अपमान किया गया है। हम सभी जानते हैं कि यह गोवा की संस्कृति नहीं है।’’

उन्होंने दावा किया कि भाजपा स्थानीय कारोबार को नुकसान पहुंचा रही है क्योंकि ठेकेदारों को इन तोड़फोड़ वाले पोस्टरों के लिए अपनी जेब से भुगतान करना होगा। ब्रायन ने कहा कि अगर भाजपा उनकी पार्टी के साथ लड़ना चाहती है तो उसे यह राजनीतिक रूप से करना चाहिए।

तृणमूल कांग्रेस द्वारा इस सप्ताह जारी, गोवा की मौजूदा भाजपा और पूर्ववर्ती सरकार के खिलाफ लगाए गए 10 बिंदुओं वाले आरोप पत्र का संदर्भ देते हुए ब्रायन ने कहा, ‘‘क्यों आप जनता के समक्ष पेश आरोप पत्र का जवाब नहीं देते।’’तृणमूल कांग्रेस की गोवा इकाई के अध्यक्ष यतीश नाइक ने दावा किया कि यह कृत्य (होर्डिंग में तोड़फोड़) भाजपा के ‘असहिष्णु व्यवहार’ को प्रतिबिंबित करता है। उन्होंने कहा, ‘‘उनका सुशासन का रिकॉर्ड नहीं है। भाजपा द्वारा नियुक्त राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने भी कहा कि गोवा में पार्टी की सरकार हर चीज में भ्रष्टाचार करने में संलिप्त है।’’उल्लेखनीय है कि गोवा के पूर्व राज्यपाल मलिक ने हाल में आरोप लगाया था कि कोविड-19 महामारी के दौरान राज्य सरकार भ्रष्टाचार में संलिप्त थी।