गुजरात के नवसरी जिले के बिलिमोरा तालुका में सरकारी अस्पताल मेघुशी की मेडिकल सुपरिंटेंडेंट 5 दिन की छुट्टी पर भेज दिया गया है। बताया जा रहा है कि उन्होंने स्थानीय लोगों का इलाज करने से इनकार करते हुए कहा था कि वह सिर्फ उत्तर प्रदेश और बिहार के मरीजों का ही इलाज करेंगी। जांच के दौरान आरोप सही साबित हुए हैं। जानकारी के मुताबिक, डॉ. स्मिता तिवारी को मार्च 2019 में मेघुशी अस्पताल में बतौर मेडिकल सुपरिंटेंडेंट तैनात किया गया था। बताया जा रहा है कि इस मुद्दे पर बात करने के लिए बिलिमोरा नगर पालिका के बीजेपी अध्यक्ष और कार्यकर्ता अस्पताल पहुंचे तो उनका भी अपमान किया गया।
जानकारी के मुताबिक, यह घटना बुधवार (7 अगस्त) शाम उस वक्त हुई, जब वीनाबेन रुशी नाम की एक महिला डॉ. तिवारी के कमरे के बाहर कतार में लगी थीं। वह अपने 10 साल के बेटे का इलाज कराने आई थीं, जो बुखार से तप रहा था। वीनाबेन ने बताया कि कतार में करीब 50 महिलाएं लगी हुई थीं।
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करीब एक घंटे इंतजार करने के बाद वीनाबेन और एक महिला डॉ. तिवारी के कमरे में पहुंचीं तो वह फोन पर व्यस्त थीं। दूसरी महिला ने अपने मरीज को देखने के लिए कहा तो डॉ. तिवारी ने जवाब दिया, ‘‘मैं यहां गुजराती मरीजों को देखने के लिए नहीं हूं। मैं उत्तर प्रदेश और बिहार के मरीजों का इलाज करूंगी। तुम गुजराती लोगों ने पहले मेरे पिता और मुझे प्रताड़ित किया है।’’ इस दौरान डॉक्टर ने उस महिला को कमरे से बाहर निकल जाने के लिए कहा।
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मामले की जानकारी मिलने के बाद बिलिमोरा नगर पालिका के बीजेपी अध्यक्ष मुकेश नायक कुछ महिला कार्यकर्ताओं और नेता विपक्ष अरविंद पटेल के साथ अस्पताल पहुंचे। डॉ. तिवारी ने न सिर्फ उनके साथ बदतमीजी की, बल्कि उन्हें अपने कमरे से निकल जाने के लिए भी कहा। साथ ही, कहा कि जो कर सकते हो, कर लो।
मुकेश नायक ने इस मामले में सूरत में हेल्थ डिपार्टमेंट के रीजनल डिप्टी डायरेक्टर (RDD) आरके कंचल से शिकायत की। आरडीडी ने मामले की जांच के लिए एक कमिटी बनाई। टीम ने गुरुवार को अस्पताल का दौरा किया और अस्पताल के कर्मचारियों, मरीजों, डॉ. स्मिता तिवारी और मुकेश नायक के बयान दर्ज किए।
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जांच में पता चला कि डॉ. तिवारी काम के प्रति लापरवाह हैं। साथ ही, उनका व्यवहार भी खराब है। आरडीडी ने मेडिकल सर्विसेज के अडिशनल डायरेक्टर से डॉ. तिवारी का तबादला करने का अनुरोध किया है। इस मामले में बात करने के लिए डॉ. स्मिता तिवारी को कॉल व मैसेज किए गए, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।