पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में स्थानीय प्रशासन दो महीने के लिए धारा 144 लगाने जा रही है। कोलकाता पुलिस कमिश्नर विनीत कुमार गोयल का कहना है कि यह आदेश 28 मई से प्रभावी होगा और 26 जुलाई या फिर अगले आदेश तक लागू रहेगा। पश्चिम बंगाल की ममता सरकार की ओर से कहा गया है कि शहर में अशांति फैलाने की बड़ी कोशिश होने की आशंका की सूचना मिली है। इसको देखते हुए सार्वजनिक रूप से एक स्थान पर पांच या पांच से अधिक लोगों के खड़े होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

सुकांत मजूमदार ने इसे हताशकारी कदम बताया

बीजेपी नेता और बंगाल पार्टी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने इसे पीएम मोदी के रोड शो को रोकने के लिए एक हताशकारी कदम बताया है। उन्होंने मीडिया से कहा, “चुनाव के 5 चरणों के बाद जनता की इच्छा को भांपते हुए सीएम अब डरी हुई हैं। उन्होंने मोदीजी के रोड-शो को रोकने के लिए कोलकाता पुलिस को शहर में धारा 144 लागू करने का आदेश दिया है।” हालांकि कोलकाता पुलिस कमिश्नर ने बीजेपी अध्यक्ष के इस दावे का साफ तौर पर खंडन करते हुए कहा कि विश्वसनीय जानकारी मिली है कि शहर में हिंसक प्रदर्शन होने की आशंका है, जिसके परिणामस्वरूप सार्वजनिक शांति में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी होने की आशंका है।

कोलकाता पुलिस ने सोशल मीडिया एक्‍स पर अपने पुराने आदेश की प्रति अटैच करते हुए लिखा, “कोलकाता पुलिस नियमित आधार पर डलहौजी और विक्टोरिया हाउस के आसपास सीआरपीसी धारा-144 आदेश जारी करती है। यह कोई नई बात नहीं है और पिछले आदेशों की प्रतियां एटैच भी की जा रही हैं। इसलिए कृपया भ्रामक जानकारी फैलाने से बचें।”

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का हिंदू धर्म भारत के ‘असल’ हिंदुत्व से अलग है। दक्षिण 24 परगना जिले के कैनिंग में एक रैली में बनर्जी ने ऐलान किया कि उनकी सरकार 2010 के बाद से राज्य में जारी किए गए सभी अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) प्रमाणपत्र रद्द करने के कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश को शीर्ष अदालत में चुनौती देगी। बनर्जी ने कहा कि उन्हें आशंका है कि मोदी राष्ट्रीय नागरिकता पंजी (NRC) और समान नागरिक संहिता लागू करने और अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और ओबीसी लोगों का आरक्षण छीनने की साजिश कर रहे हैं।

तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा, ‘‘मोदी का हिंदू धर्म भारत का असल हिंदू धर्म नहीं है। मेरा धर्म मुझे सौहार्द और सौहार्द के लिए काम करना सिखाता है…मोदी समुदायों के बीच टकराव के धर्म में विश्वास करते हैं।’’ उन्होंने दावा किया कि मतदान कार्यक्रम की योजना इस तरह बनाई गई कि 2000 से अधिक मुसलमान मतदान नहीं कर पाएंगे क्योंकि वे हज यात्रा पर जाएंगे।