Sambhal News: एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने दावा किया है कि उत्तर प्रदेश का संभल शहर भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के लिए अपने हिंदुत्व एजेंडे को लागू करने के लिए एक लक्ष्य है। एक पैनल द्वारा अपनी रिपोर्ट में कहा गया है कि क्षेत्र में डेमोग्राफिक चेंज हुए हैं।
समाचार न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ‘संभल भाजपा – आरएसएस के निशाने पर है। न्याय की लड़ाई लड़ी जा रही है। हमें न्यायालय से उम्मीद है। हमें बीजेपी, योगी और नरेंद्र मोदी से न्याय की कोई उम्मीद नहीं है, क्योंकि संभल में जो कुछ भी हो रहा है, पुलिस गोलीबारी में कई लोग मारे गए हैं, यह स्पष्ट और ज्ञात है कि किस तरह की रिपोर्ट सामने आएगी।’
आयोग ने सीएम योगी को सौंपी रिपोर्ट
इससे पहले 28 अगस्त को संभल हिंसा मामले की जांच के लिए नियुक्त तीन सदस्यीय पैनल ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपनी रिपोर्ट सौंपी। 450 पेजों की इस रिपोर्ट में नवंबर 2024 में हुई हिंसा की जानकारी है और इसमें संभल में जनसांख्यिकीय परिवर्तनों के बारे में भी काफी खास डिटेल दी गई है। जहां एक समय हिंदू समुदाय के सदस्य 45 प्रतिशत थे, लेकिन अब उनकी संख्या घटकर 20 प्रतिशत रह गई है।
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ओवैसी ने कहा, “रिपोर्ट में क्या है? आप सिर्फ संभल में हिंदुत्व का एजेंडा लागू करना चाहते हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि लोग ऐसा नहीं होने देंगे।” रिपोर्ट के अनुसार, आजादी के समय संभल नगर पालिका क्षेत्र में 55 प्रतिशत आबादी मुस्लिम और 45 प्रतिशत हिंदू थी। हालांकि, वर्तमान समय में हिंदू आबादी घटकर 15 प्रतिशत रह गई है, जबकि मुस्लिम समुदाय बढ़कर 85 प्रतिशत हो गया है।
एनडीटीवी से बात करते हुए उन्होंने आरोप लगाया, “आप उनसे ऐसी सरकार के रहते न्याय की उम्मीद नहीं कर सकते जो उत्तर प्रदेश के मुसलमानों का जीना मुश्किल करने पर तुली है। उन्होंने बिना किसी उचित प्रक्रिया के, मुसलमानों के कई घरों को बुलडोजर से ढहा दिया है। उन्होंने इन तथाकथित मुठभेड़ों का इस्तेमाल या तो लोगों को घायल करने के लिए किया है या फिर कुछ लोगों की जान भी ले ली है।” उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए, मुझे इस बात पर बिल्कुल आश्चर्य नहीं है कि इस तरह की पक्षपातपूर्ण रिपोर्ट आएगी, लेकिन मुझे यकीन है कि संभल के लोग न केवल उत्तर प्रदेश की वर्तमान भाजपा सरकार को बल्कि तथाकथित धर्मनिरपेक्ष दलों को भी उचित लोकतांत्रिक जवाब देंगे, जो संभल मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं।’’
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