अलगाववाद से मुख्यधारा की राजनीति में आए सज्जाद गनी लोन ने जम्मू-कश्मीर में बनी नई पीडीपी-भाजपा सरकार के मंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण के एक दिन बाद ही मंगलवार को इस्तीफा दे दिया था। उनके इस्तीफे पर अभी फैसला नहीं हुआ है क्योंकि मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को भाजपा की राय का इंतजार है। लोन को भाजपा के कोटे से ही मंत्री बनाया गया था।
पूर्व अलगाववादी नेता अब्दुल गनी लोन के बेटे 48 वर्षीय लोन ने चार अप्रैल को शपथ दिलाए जाने के बाद संभवत: सामाजिक कल्याण और प्रशासनिक सुधार प्रशिक्षण विभाग दिए जाने से नाराजगी जताते हुए मंगलवार को महबूबा को इस्तीफा दिया। पिछली मुफ्ती मोहम्मद सईद सरकार में लोन को पशुपालन विभाग का कामकाज सौंपा गया था जिस पर उन्होंने इस्तीफा दे दिया था लेकिन बाद में उन्हें मना लिया गया था। लोन ने किसी भाजपा नेता से मुलाकात नहीं की और जम्मू से नई दिल्ली के लिए रवाना हो गए।
उनसे जुड़े सूत्रों ने कहा कि वह आंख के इलाज के लिए दिल्ली गए हैं। लेकिन उनके भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करने और अपनी नाराजगी दर्ज कराए जाने की संभावना को खारिज नहीं किया गया है।