राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट गुरुवार (11 मई) से भ्रष्टाचार के खिलाफ पदयात्रा की शुरुआत करेंगे। मंगलवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर हमला करने के बाद पायलट ने जनसंघर्ष पदयात्रा (Jan Sangharsh Padyatra) करने का ऐलान किया था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सचिन पायलट अजमेर से जयपुर तक करीब 125 किलोमीटर जनसंघर्ष पदयात्रा करेंगे।

भ्रष्टाचार के खिलाफ सचिन पायलट की जन संघर्ष यात्रा

तय कार्यक्रम के अनुसार पायलट बृहस्पतिवार दोपहर को यात्रा शुरू करने से पहले जयपुर रोड पर अशोक उद्यान के पास एक सभा करेंगे। पहले दिन रात्रि विश्राम किशनगढ़ के तोलामल गांव में होगा। पायलट ने मंगलवार को इस यात्रा की घोषणा करते हुए कहा था कि मैंने भ्रष्टाचार का मुद्दा लगातार उठाया है। पहले भी उठाया था, आज भी उठा रहा हूं और आगे भी उठाता रहूंगा।

सचिन पायलट ने कहा था, ‘‘भ्रष्‍टाचार एवं नौजवानों के हितों से जुड़े मुद्दों को लेकर मैं जनसंघर्ष पदयात्रा निकालने जा रहा हूं, जो 11 मई को अजमेर से शुरू होगी। हम जयपुर की तरफ आएंगे और यह यात्रा लगभग 125 किलोमीटर लंबी होगी। उनकी आवाज हम सुनेंगे और उनकी आवाज हम बुलंद भी करेंगे।’’

कांग्रेस की प्रतिक्रिया का इंतजार

बताया जा रहा है कि इस पदयात्रा के पीछे सचिन पायलट का उद्देश्य आरपीएससी पेपर लीक मामले में सरकार को जगाना है। हालांकि, एक तरफ जहां सचिन पायलट भ्रष्टाचार के मुद्दे को उठाने के लिए पांच दिवसीय जन संघर्ष यात्रा शुरू करने के लिए तैयार हैं, वहीं कांग्रेस आलाकमान ने इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करने और राजस्थान में अपने बंटे हुए खेमे को एक करने की कोई जल्दी नहीं दिखाई दी।

सूत्रों ने कहा कि सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ हमला करने के बाद बावजूद कांग्रेस आलाकमान ने पायलट तक पहुंचने का कोई प्रयास नहीं किया है। कुछ नेताओं ने कहा कि पार्टी इंतजार करेगी और अगला कदम तय करने से पहले पायलट की पदयात्रा को मिलने वाली प्रतिक्रिया को देखेगी।

ऐसा लगता है अशोक गहलोत की नेता वसुंधरा राजे थीं- सचिन पायलट

अशोक गहलोत के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कि वसुंधरा राजे ने 2020 में उनकी सरकार को बचाने में मदद की थी, पायलट ने मंगलवार को तंज़ कसते हुए कहा कि ऐसा लगता है कि गहलोत की नेता राजे थीं न कि सोनिया गांधी। कांग्रेस के मीडिया और प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने पायलट की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर कहा, “मुझे लगा कि यह एक मजाक था क्योंकि मुझे यह सुनकर हंसी आई थी। मुझे लगा कि उन्होंने इसे मजाक में कहा होगा।”

सचिन पायलट भाजपा सरकार में करप्शन पर कार्रवाई न होने का मुद्दा लगातार उठा रहे हैं। पायलट ने कहा था कि बीजेपी राज के करप्शन का मुद्दा उठाने से कई लोग नाराज हुए लेकिन उसकी कोई परवाह नहीं है। पायलट ने वसुंधरा राजे के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के कथित भ्रष्टाचार के मामलों में कार्रवाई को लेकर 11 अप्रैल को यहां एक दिन का अनशन भी किया था। वह बीजेपी सरकार के दौरान हुए भ्रष्टाचार के मामले को उठाकर लगातार अशोक गहलोत को घेर रहे हैं।