राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने उम्मीद जताई है कि राम मंदिर का निर्माण उनके जीवनकाल में हो जाएगा। भागवत ने बुधवार को यहां एक कार्यक्रम में कहा, सबसे बड़ा लक्ष्य मेरे जीवनकाल में हकीकत बन सकता है। हो सकता है कि हम उसे अपनी आंखों से देखें।

भागवत ने कहा, कोई नहीं कह सकता कि मंदिर का कैसे और कब निर्माण होगा। लेकिन हमें इसके लिए तैयारी करने और तैयार रहने की जरूरत है। भारतीय संस्कृति में सबको समाहित करने और हर किसी को साथ लेने में यकीन रखने वाला बताते हुए भागवत ने कहा, हम विविधता में एकता की बात करते हैं। उन्होंने कहा, ‘यह है भारतीय संस्कृति’। उन्होंने जोर देकर कहा कि धर्म हमें उग्रवाद की शिक्षा नहीं देता है।

गौरतलब है कि भागवत ने पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों के पहले मंदिर का राग छेड़ा है। बंगाल में अगले साल ही चुनाव होने हैं। भागवत यहां राम मंदिर निर्माण आंदोलन में शामिल राम कोठारी और संपद कोठारी की बरसी पर श्रद्धांजलि अर्पित करने आए थे। साल 1989 में राम मंदिर निर्माण आंदोलन में शामिल राम कोठारी और संपद कोठारी की पुलिस की गोली से मौत हो गई थी। हालांकि इसके पहले कोठारी बंधुओं की बरसी को संघ ने इतनी तवज्जो नहीं दी थी। यह बंगाल में आगामी चुनाव का ही असर है कि संघ वहां मंदिर मुद्दे की जमीन तैयार कर रहा है।