राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) मुख्यालय के सामने आत्मदाह करने की धमकी देने वाले बड़ी संख्या में कपास किसानों को रविवार उस समय हिरासत में लिया गया, जब कांग्रेसी नेताओं के समर्थन वाले प्रदर्शनकारियों ने एक खरीदार द्वारा बकाये का कथित रूप से भुगतान नहीं करने को लेकर मुख्यालय की तरफ मार्च किया। प्रदर्शनकारियों का दावा है कि यह खरीदार संघ का करीबी है।

पुलिसकर्मियों के एक समूह ने व्यस्त नागपुर- रायपुर राजमार्ग पर पड़ोसी वर्धा जिले के सेलू से आए प्रदर्शनकारियों को रोका और चितार ओली के करीब गांधी प्रतिमा के पास कई किसानों को पुलिस वाहन में बैठाया। प्रदर्शनकारियों ने गांधीबाग गार्डन से महल क्षेत्र स्थित आरएसएस मुख्यालय तक अपना मार्च शुरू किया था।

नारे लगाते हुए किसान चौराहे पर बैठ गए जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने उन्हें जबरन हटाया। करीब 400 किसानों ने कल सुनील प्रभाकर तलातुले द्वारा आठ करोड़ रुपए के बकाये का कथित रूप से भुगतान नहीं करने के विरोध में आरएसएस मुख्यालय के सामने आत्मदाह की धमकी दी थी। तलातुले श्रीकृष्ण गिनिंग एंड प्रेसिंग फैक्टरी के मालिक हैं और उन्हें भाजपा नेताओं का करीबी बताया जाता है। किसानों ने तलातुले को कथित रूप से बचाने के लिए आरएसएस और इसके सरसंघचालक की निंदा की।