राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने सोमवार (29 मार्च) को वामपंथी शिक्षाविदों पर कैलीफोर्निया की पाठ्यपुस्तकों में ‘भारत’ की जगह ‘दक्षिण एशिया’ शब्द के प्रयोग की कोशिश करने का आरोप लगाया और कहा कि हिन्दू कार्यकर्ताओं ने ‘‘देश की गरिमापूर्ण पहचान को कमतर करने का’’ प्रयास नाकाम कर दिया है। अमेरिका में हिन्दुओं ने कैलीफोर्निया के शिक्षा विभाग की पाठ्यपुस्तकों में बदलाव करने के सुझावों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उनका आरोप है कि ये विचार न केवल भारत के इतिहास को तोड़मरोड़कर पेश कर रहे हैं बल्कि हिन्दुवाद पर तथ्यों को नजरअंदाज कर रहे हैं।

आरएसएस प्रवक्ता मनमोहन वैद्य ने कहा, ‘‘अमेरिका में पाठ्यपुस्तकों में ‘भारत’ की जगह ‘दक्षिण एशिया’ शब्द के प्रयोग के सुझाव का सफलतापूर्वक विरोध करने के लिए हिन्दू कार्यकर्ताओं को बधाई।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कैलीफोर्निया, अमेरिका के ‘हिन्दू एजूकेशन फाउंडेशन’ और युवा हिन्दू कार्यकर्ताओं द्वारा वामपंथी शिक्षाविदों के भारत की गरिमापूर्ण पहचान को कमतर करने के प्रयास को नाकाम कर दिया गया।’’

वैद्य ने कहा कि भारत की अपनी पहचान है जिसके संरक्षण की जरूरत है और उन्होंने इसकी जगह ‘दक्षिण एशिया’ शब्द के प्रयोग के प्रस्ताव को ‘‘गलत’’ बताया। उन्होंने कहा, ‘‘भारत की अपनी पहचान है। भारत की गरिमापूर्ण सभ्यता और सांस्कृतिक इतिहास रहा है जिसके बारे में दुनियाभर को पता है। भारत की पहचान छीनना बहुत गलत है। हिन्दू कार्यकर्ताओं ने इस कदम के विरोध में सही तरह से अभियान चलाया।’’

हिन्दुओं की तरफ से विरोध के बाद, ‘कैलीफोर्निया शिक्षा विभाग’ ने सरकारी पाठ्यपुस्तकों में ‘भारत’ की जगह ‘दक्षिण एशिया’ शब्द के प्रयोग जैसे कुछ सुझावों को नहीं स्वीकारने का फैसला किया।