नीतीश कुमार के साथ आते ही राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव के तेवर बदले-बदले नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम समाजवादी लोग हैं, तो हमारे पुरखों की विरासत कोई और लेकर थोड़े लेकर चला जाएगा।
उन्होंने पूर्व में नीतीश के साथ रहे अपने रिश्तों को लेकर कहा कि लड़ाई तो हर घर में होती है। उस पर ध्यान देने की जरूरत नहीं। तेजस्वी ने कहा, “हम चाचा-भतीजा लोग हैं, लड़े भी हैं। आरोप भी लगाए हैं, लेकिन हम लोग तो समाजवादी लोग हैं ना। तो हमारे जो पुरखों की विरासत है वो कोई और ले जाएगा क्या ? हम लोगों का अधिकार नहीं है क्या ? हर घर में लड़ाई होती है। तो उस पर ध्यान मत देना। इस समय क्या है।”
उन्होंने कहा कि आज बीजेपी को छोड़कर बिहार विधानसभा के सभी दलों और सदस्यों ने नीतीश कुमार को अपना नेता मान लिया है।
बता दें कि राज्यपाल फागूलाल चौहान से मुलाकात के बाद राजद के तेजस्वी यादव के साथ नीतीश कुमार ने संयुक्त प्रेसवार्ता की। इसमें उन्होंने कहा कि हमारे महागठबंधन में निर्दलीय विधायकों के साथ 164 विधायकों समेत 7 पार्टियां हैं।
उन्होंने एनडीए से अलग होने की वजह भी बताई। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी के सभी लोगों की राय थी की अब अलग होना है। उन्होंने इशारों-इशारों में आरसीपी सिंह को लेकर भी बीजेपी पर हमला बोला कि जिसको हमने कहां से कहां बढ़ाया और इसके बाद जो काम हुआ है आगे का। तभी तो हमारी पार्टी के सारे लोग चाहते थे कि अब अलग होना है।
उन्होंने कहा, “हमारा एजेंडा है सेवा करना और साथ मिलकर राज्य को आगे बढ़ाएंगे और समाज में जिस तरह से विवाद पैदा करने की स्थिति हो गई थी उस वक्त हमको अच्छा नहीं लगता था।” उन्होंने यह भी कहा कि हम तो बीजेपी से साथ गठबंधन के लिए तैयार नहीं थे, लेकिन बार-बार आग्रह पर किया। फिर धीरे-धीरे सब कहने लगे और सबने मिलकर अलग होने का फैसला लिया।