राष्ट्रीय जनता दल के नेता और बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के बाद अब उनके बड़े भाई तेज प्रताप यादव ने भी सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोला है। तेज प्रताप का कहना है कि वह घर के बाहर नीतीश चाचा नो एंट्री का बोर्ड लगवा देंगे। दरअसल, हाल ही में नीतीश कुमार ने आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव की सेहत का हाल जानने के लिए उन्हें फोन किया था, जिसके बाद तेजस्वी ने कहा था कि यह कॉल केवल एक कर्टसी कॉल था और महागठबंधन में अब नीतीश चाचा की वापसी के लिए कोई रास्ता नहीं है।

तेजस्वी के इस बयान को लेकर जब तेज प्रताप से सवाल किया गया कि क्या वह भी नीतीश कुमार को लेकर यही सोच रखते हैं, तब उन्होंने कहा, ‘यहां जो हमारा आवास है, वहां दस नंबर गेट पर नीतीश चाचा जी के लिए नो एंट्री का बोर्ड लगा देते हैं। नीतीश चाचा नो एंट्री करके अभी हम बोर्ड लगा देंगे।’ जाहिर है कि नीतीश कुमार को लेकर अब दोनों ही भाईयों ने अपना रुख सख्त कर लिया है।

इसके अलावा जब तेज प्रताप से सवाल किया गया कि क्या वह संसदीय चुनाव भी लड़ेंगे, इसके जवाब में उन्होंने कहा, ‘नहीं मैं केवल विधानसभा चुनाव लड़ूंगा, मैं बिहार छोड़कर नहीं जाना चाहता।’ डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने हाल ही में एक बार फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लालू और उनके परिवार पर हमला बोला था, इसके जवाब में तेज प्रताप ने कहा, ‘उनके पास राजनीति करने का कोई मसला नहीं है। वह बिहार के डिप्टी सीएम हैं। बिहार में जो अपराध बढ़ रहा है उस पर सरकार का ध्यान नहीं जा रहा है, सरकार का ध्यान केवल लालू परिवार पर ही है।’

क्या कहा था तेजस्वी ने?
बता दें कि 24 जून को लालू का मुंबई में फिस्तुला का ऑपरेशन हुआ था, जिसके बाद नीतीश कुमार ने उन्हें फोन किया था। नीतीश द्वारा लालू को फोन करने के बाद बिहार की राजनीति गरमा गई थी। इस मामले पर लोगों के मन में पैदा हो रहे सवालों के जवाब में लालू के बेटे तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा था, ‘यह कुछ खास बल्कि देरी से की गई कर्टसी कॉल थी। उन्होंने पिता के स्वास्थ्य का हाल-चाल लिया। रविवार को उनका फिस्तुला का ऑपरेशन हुआ था। सबसे हैरानी की बात है कि नीतीश जी को चार महीने बाद उनकी तबीयत की याद आई। हो सकता है कि उन्हें मालूम पड़ा हो कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के नेता अस्पताल पहुंच पिता का हाल जान रहे हों, लिहाजा उन्होंने भी फोन मिला लिया हो।’