बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन के भीतर जबरदस्त झगड़ा देखने को मिल रहा है और सीट बंटवारे को लेकर चल रही लड़ाई लोगों के सामने खुलकर सामने आ गई है। कई सीटें ऐसी हैं, जहां पर आरजेडी और कांग्रेस दोनों ने ही एक-दूसरे के खिलाफ मैदान में उम्मीदवारों को उतार दिया है।
ऐसे में सवाल यह है कि महागठबंधन बिहार का चुनाव कैसे लड़ेगा? बिहार में शुक्रवार को ही पहले चरण का नामांकन खत्म हुआ है। हालांकि नाम वापस लेने की अंतिम तारीख 20 अक्टूबर है और देखना होगा कि क्या महागठबंधन के अदंर चल रहा यह झगड़ा खत्म होगा?
महागठबंधन के अंदर हालात इस कदर खराब रहे कि कौन सा राजनीतिक दल कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगा, इसका भी ऐलान नहीं किया गया। सिर्फ कांग्रेस ने 48 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित किए, इसके अलावा आरजेडी, वीआईपी या वाम दल कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेंगे, इस बारे में अभी कुछ भी पता नहीं है।
लोकसभा चुनाव में 174 विधानसभा सीटों पर आगे था NDA; महागठबंधन के लिए मुश्किल है रास्ता?
इन सीटों पर एक-दूसरे के सामने हैं उम्मीदवार
जिन सीटों पर आरजेडी और कांग्रेस आमने-सामने हैं, उनमें वैशाली जिले की लालगंज सीट भी है। इस सीट पर आरजेडी ने बाहुबली नेता मुन्ना शुक्ला की बेटी शिवानी शुक्ला को टिकट दिया जबकि कांग्रेस ने आदित्य कुमार राजा को प्रत्याशी बनाया है।
वैशाली से आरजेडी की ओर से अजय कुशवाहा और कांग्रेस से संजीव कुमार ने पर्चा भर दिया है। बछवाड़ा से सीपीआई के अवधेश राय के सामने कांग्रेस के गरीब दास ने नामांकन किया है।
गौरा बौराम सीट से आरजेडी के अफजल अली के सामने वीआईपी के संतोष सहनी चुनाव लड़ने उतर गए हैं। कहलगांव से आरजेडी के रजनीश यादव के सामने कांग्रेस के प्रवीण कुशवाहा, राजापाकड़ से सीपीआई के मोहित पासवान के सामने कांग्रेस की प्रतिमा दास, रोसड़ा से सीपीआई के लक्ष्मण पासवान के सामने कांग्रेस के बीके रवि चुनाव लड़ रहे हैं।
इससे महागठबंधन में शामिल दलों के कार्यकर्ताओं के सामने बड़ी असमंजस वाली स्थिति पैदा हो गई है कि आखिर वे किस प्रत्याशी का समर्थन करें? टिकट बंटवारे को लेकर महागठबंधन के भीतर पहले से ही विवाद देखने को मिल रहा था।
आरजेडी के नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे से बातचीत भी हुई थी और जब सीट बंटवारे को लेकर कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ तो खड़गे और राहुल गांधी ने सीधे आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव से बात की थी।
मुकेश सहनी बोले- नहीं लड़ूंगा चुनाव
इस बीच, वीआईपी के प्रमुख मुकेश सहनी ने कहा कि वह बिहार विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। सहनी शुक्रवार को ही दरभंगा के गौरा बौराम से नामांकन करने वाले थे लेकिन अब उन्होंने अपने भाई संतोष सहनी को उम्मीदवार बनाया है। यहां से आरजेडी के अफजल अली भी चुनाव मैदान में हैं।