राजपथ पर आज 67वें गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान परेड में मौजूदा सरकार की कई योजनाओं की झलक देखने को मिली, जिनमें उसकी महत्त्वाकांक्षी ‘डिजिटल इंडिया’, ‘स्वच्छ भारत’ और ‘अक्षय ऊर्जा’ को समर्पित सोच को प्रस्तुत किया गया। राज्यों की झांकियों के राजपथ से गुजरने के बाद सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय की झांकी ने प्रवेश किया। यह झांकी भारत के संविधान निर्माता डॉ भीमराव आंबेडकर को उनकी 125वीं जयंती पर समर्पित की गई थी। इस झांकी में संसद भवन, संविधान सभा के साथ डॉक्टर आंबेडकर और संविधान सभा के अध्यक्ष और देश के पहले राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद की प्रतिमाओं को प्रदर्शित किया गया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली मौजूदा सरकार की अक्षय ऊर्जा और स्वच्छ ऊर्जा को लेकर महत्त्वाकांक्षी सोच को नवीन और नवीकरणीय मंत्रालय की झांकी ने परेड में प्रदर्शित किया, जिसमें पवन ऊर्जा, लघु पनबिजली परियोजना, सौर ऊर्जा और जैव ऊर्जा पर प्रकाश डाला गया। मुख्य समारोह से एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री मोदी ने गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के साथ दिल्ली मेट्रो की सवारी की और गुड़गांव में अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन के अंतरिम सचिवालय का उद्घाटन किया था, जो कि अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में एक बड़ी पहल मानी जा रही है।

वर्ष 2019 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती तक भारत को स्वच्छ बनाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शुरू की गई ‘स्वच्छ भारत’ योजना को पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय की झांकी में परेड के दौरान प्रदर्शित किया गया। इसमें योजना का प्रतीक चिह्न ‘महात्मा गांधी का ऐनक’ मुख्य आकर्षण रहा। इसके बाद राजपथ पर देश के हर वर्ग को जोड़ने और डिजिटल खाई को पाटने के लिए सरकार द्वारा शुरू की गई महत्त्वाकांक्षी योजना ‘डिजिटल इंडिया’ को संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा अपनी झांकी में प्रदर्शित किया गया।

देश के लोकतंत्र को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले निर्वाचन आयोग की झांकी ने ‘डिजिटल इंडिया’ की झांकी के बाद राजपथ का रुख किया। इस झांकी में विभाग द्वारा हाल के चुनावों के दौरान शुरू किए गए ‘आदर्श मतदान केंद्र’ की झलक दिखाई गई। इसके बाद राजपथ पर देश की ग्राम संस्थाओं को मजबूती प्रदान करने वाले पंचायती राज मंत्रालय की झांकी ने प्रवेश किया, जिसमें आंगनबाड़ी केंद्र, भारत माता वाहिनी (महिला सभा) आदि को पेश किया गया। हर बार परेड में फूलों की झांकी प्रदर्शित करने वाले केंद्रीय लोक निर्माण विभाग की झांकी इस बार नदारद रही।