बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने पार्टी से से दगाबाजी करने वाले तीन विधायकों के खिलाफ कड़ा ऐक्शन लिया है। पार्टी ने अपने तीन मौजूदा विधायकों को पार्टी से 6 साल के लिए पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। पार्टी से निकाले गये गये इन सभी विधायकों पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है।

जिन तीन विधायकों को बाहर किया गया है उनमें वैशाली के पातेपुर से विधायक प्रेमा चौधरी, मुजफ्फरपुर के गायघाट के विधायक महेश प्रसाद यादव और दरभंगा की केवटी सीट से विधायक फराज़ फातमी शामिल हैं। पार्टी के जनरल सेक्रेटरी आलोक मेहता ने मीडिया से बातचीत के दौरान जानकारी दी है कि तीनों विधायकों को पार्टी विरोधी गातिविधियों में संलिप्त होने की वजह से बाहर किया गया है।

बताया जा रहा है कि यह तीनों विधायक पिछले कुछ दिनों से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रशंसा कर रहे थे और पार्टी की इसपर नजर थी। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी कहा जा रहा है कि यह सभी एमएलए, जनता दल यूनाइटेड (JDU) के कुछ बड़े नेताओं के संपर्क में भी थे। यह भी कहा जा रहा है कि चुनाव से पहले ये किसी भी वक्त पाला बदलकर जेडीयू में शामिल हो सकते थे।

इनमें से एक विधायक फराज़ फातमी के पिता और पूर्व मंत्री अली अशरफ पहले ही जेडीयू का दामन थाम चुके हैं। पातेपुर से विधायक प्रेमा चौधरी और माहेश्वर प्रसाद अक्सर मौखिक रूप से नीतीश कुमार की प्रशंसा करते रहते हैं। इसके अलावा इन दोनों ने राज्य सरकार द्वारा वातावरण को स्वच्छ रखने का संदेश देने के लिए बनवाए गए मानव श्रृंखला का भी समर्थन किया था।

बता दें कि बिहार में विधानसभा चुनाव इसी साल अक्टूबर के महीने में हो सकते हैं। सभी पार्टियों ने चुनाव में ताल ठोंकने की तैयारी कर ली है। इस बीच राजद को पहले ही बड़ा झटका लग चुका है। पार्टी के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद ने पार्टी को अलविदा कह दिया है। अस्वस्थ चल रहे कद्दावर नेता रघुवंश प्रसाद ने अस्पताल से लालू प्रसाद यादव को चिट्ठी लिखकर पार्टी छोड़ने की बात बताई थी।