बिहार में विधानसभा चुनाव के प्रचार के बीच मुख्य विपक्षी दल आरजेडी ने बुधवार को अपने 10 नेताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। इनमें एक मौजूदा विधायक फतेह बहादुर सिंह भी शामिल हैं। फतेह बहादुर सिंह डेहरी से ही आरजेडी के उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव मैदान में हैं।
आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल ने एक बयान में कहा कि निष्कासित नेताओं में एक मौजूदा विधायक और दो पूर्व विधायक भी शामिल हैं।
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इन नेताओं पर हुई कार्रवाई
बयान के अनुसार, मौजूदा विधायक फतेह बहादुर सिंह, पूर्व विधायक मो. गुलाम जिलानी वारसी (कांटी) और मो. रियाजुल हक राजू (गोपालगंज) को पार्टी से बाहर कर दिया गया है। उनके अलावा प्रदेश उपाध्यक्ष सतीश कुमार (नालंदा), बिहार शरीफ से मो. सैयद नौसादुल नवी उर्फ पप्पू खां, पूर्णिया के प्रदेश महासचिव अमोद कुमार मंडल, सिंहेश्वर के क्रियाशील सदस्य विरेंद्र कुमार शर्मा, मधेपुरा से ई. प्रणव प्रकाश, भोजपुर से महिला प्रकोष्ठ की महासचिव जिप्सा आनंद और भोजपुर के ही सक्रिय सदस्य राजीव रंजन उर्फ पिंकू को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल पाया गया।
कांग्रेस के लिए चुनौती बनेगा उसी का पुराना गढ़
इधर, बीजेपी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने X पर आरजेडी द्वारा निष्कासित नेताओं की सूची साझा करते हुए टिप्पणी की, “इस रफ्तार से तो पार्टी जल्द ही कार्यकर्ताओं और मतदाताओं दोनों से खाली हो जाएगी।”
27 नेताओं को कर दिया था बाहर
निष्कासित नेताओं की सूची में पूर्व विधायक गुलाम जिलानी वारसी एवं रियाजुल हक राजू भी शामिल हैं। यह कदम दो दिन पहले की उस कार्रवाई के बाद उठाया गया है, जिसमें पार्टी ने दो मौजूदा विधायकों और पांच पूर्व विधायकों समेत 27 नेताओं को निष्कासित किया था।
राहुल गांधी को चुकानी होगी कीमत: शाह
बिहार में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अपनी हालिया टिप्पणी और छठी मईया एवं उनके भक्तों का अपमान करने की कीमत चुकानी पड़ेगी। गांधी की इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कि प्रधानमंत्री मोदी वोट के लिए ‘नाच भी सकते हैं’, शाह ने एक समाचार चैनल के साथ एक इंटरव्यू के दौरान कहा, “राहुल गांधी को चुनावों में इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।”
