जम्मू के राजौरी (Rajouri in Jammu) के पास डांगरी गांव में हुए आतंकी हमले (terror attack) में मरने वालों की संख्या बढ़कर चार हो गई है। वहीं आज कई संगठनों ने बंद बुलाया है। रविवार देर रात एक और नागरिक की अस्पताल में मौत हो गई। अधिकारियों के अनुसार मृतक नागरिक की पहचान 32 वर्षीय शिशुजी पाल के रूप में हुई है। बता दें कि इस आतंकी हमले में कुल 10 लोग घायल हुए थे, जिसमे से अस्पताल लाते समय तीन लोगों की मृत्यु हो गई थी जबकि एक व्यक्ति की अस्पताल में मौत हुई। अभी 6 घायल अस्पताल में भर्ती हैं, जिनका इलाज जारी है।
चार लोगों की मौत
डॉक्टरों द्वारा मृत घोषित किए गए लोगों में शिशुजी पाल (32), दीपक कुमार (23), सतीश कुनार (45) और प्रीतम लाल (56) शामिल हैं। जम्मू और कश्मीर पुलिस (Jammu and Kashmir Police), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) और भारतीय सेना ने आतंकवादियों को खोजने के लिए तलाशी अभियान शुरू किया है।
स्थानीय निवासियों के अनुसार माना जा रहा है कि दो आतंकवादी मास्क पहने हुए थे और उन्होंने सबसे पहले ऊपरी डांगरी में एक घर पर हमला किया और वहां कई लोगों को गोली मार दी। इसके बाद उन्होंने मौके से भागने से पहले कुछ दूरी पर स्थित दो अन्य घरों में भी गोलीबारी की, जिसमें लोग घायल हो गए।
बीजेपी ने किया विरोध
इस बीच राजौरी शहर में आतंकवादी हमले में नागरिकों की मौत के विरोध में मंगलवार को पूर्ण बंद का ऐलान किया गया है। बंद का ऐलान राजौरी के श्री सनातन धर्म सभा (Shri Sanatan Dharam Sabha) द्वारा किया गया है। इसे विश्व हिंदू परिषद, भाजपा और व्यापारी संघ का समर्थन भी मिला है। जम्मू-कश्मीर के भाजपा अध्यक्ष रविंदर रैना (Jammu and Kashmir BJP president Ravinder Raina) ने हमले पर दुख व्यक्त किया और आतंकवादियों द्वारा निर्दोष और निहत्थे नागरिकों की हत्या को कायरतापूर्ण कृत्य बताया। उन्होंने कहा कि हत्यारों को दंडित किया जाएगा। बता दें कि श्रीनगर में भी ग्रेनेड फेंकने की घटना सामने आई है।
जम्मू और कश्मीर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष विकार रसूल वानी (Pradesh Congress president Vikar Rasool Wani), कार्यकारी अध्यक्ष रमन भल्ला और मुख्य प्रवक्ता रविंदर शर्मा ने भी आतंकवादी हमले पर हैरानी जताते हुए कहा कि यह जम्मू-कश्मीर में जमीनी स्थिति के बारे में सरकार और सुरक्षा बलों के दावों को झुठलाता है। कांग्रेस नेताओं ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए प्रत्येक मृतक के परिजनों को 50-50 लाख रुपये और प्रत्येक घायल को 10-10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की मांग की।
जम्मू और कश्मीर हाई कोर्ट बार एसोसिएशन (High Court Bar Association) के अध्यक्ष और वरिष्ठ अधिवक्ता एम के भारद्वाज ने आतंकवादी हमले को एक बड़ी सुरक्षा चूक बताया। उन्होंने कहा कि पुलिस और सुरक्षा बलों को पहले से ही राजौरी शहर के बाहरी इलाके में आतंकवादियों के आंदोलन के बारे में इनपुट मिल रहे थे। उन्होंने शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और सरकार से उन्हें पर्याप्त अनुग्रह राशि देने की मांग की।