गुजरात कांग्रेस के महासचिव राजेश सोनी को शुक्रवार को गुजरात पुलिस की साइबर क्राइम सेल ने गिरफ्तार कर लिया। उन पर आरोप है कि उन्होंने सोशल मीडिया पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर एक आपत्तिजनक पोस्ट किया, जिसमें कथित तौर पर सेना के बारे में आपत्तिजनक बातें कही गई थीं।

पुलिस के मुताबिक, सोनी ने सोशल मीडिया पर ऐसे बयान दिए जो देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता को खतरे में डाल सकते हैं और जनता के बीच भ्रम फैलाने का काम कर सकते हैं। उन्हें भारतीय दंड संहिता (BNS) की धारा 152 और 353 के तहत गिरफ्तार किया गया। साइबर क्राइम सेल के एसपी धर्मेन्द्र शर्मा ने बताया कि राजेश सोनी को उनके अहमदाबाद स्थित घर से हिरासत में लिया गया और बाद में उन्हें अदालत में पेश किया गया। कोर्ट ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

आतंकियों की तरह गिरफ्तार करने का आरोप

इस गिरफ्तारी के बाद गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष शक्तिसिंह गोहिल ने सरकार की तीखी आलोचना की। उन्होंने कहा, “जिस तरह आतंकवादी को पकड़ा जाता है, उसी अंदाज में कल रात राजेशभाई सोनी को गिरफ्तार किया गया। अगर पोस्ट को ध्यान से देखें, तो सिर्फ यही कहा गया है कि देश की सेना को उनके पराक्रम का पूरा श्रेय मिलना चाहिए, और सरकार को इसका राजनीतिक फायदा नहीं उठाना चाहिए।”

शक्तिसिंह गोहिल ने कहा कि राजेश सोनी ने करीब 3-4 पोस्ट किए थे, जिनमें उन्होंने सिर्फ यह चिंता जताई कि सेना के शौर्य का राजनीतिक प्रचार में उपयोग न हो। उन्होंने यह सवाल उठाया कि क्या सेना के पक्ष में बोलना अब अपराध हो गया है?

महाराष्ट्र में उद्धव और राज ठाकरे के साथ आने की अटकलों पर आया कांग्रेस का बड़ा बयान, जानिए क्या कहा?

गोहिल ने कहा, “देश के हर नागरिक के मन में यह भावना है कि जो काम सैनिकों ने किया है, उसका श्रेय भी उन्हीं को मिले। लेकिन सरकार जिस तरह इसका प्रचार कर रही है, उससे ऐसा लगता है जैसे वो सेना के बजाय खुद को श्रेय दे रही हो। अगर कोई सिर्फ यह बात कहे कि सैनिकों को पूरा सम्मान मिलना चाहिए, तो यह कोई अपराध नहीं हो सकता।”

उन्होंने कहा कि हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात पुलिस के दुरुपयोग के जरिए मामले दर्ज करने की सरकार की नीति पर संज्ञान लिया और पुलिस की कड़ी आलोचना की थी। उन्होंने अपील की कि सरकार समझदारी दिखाए और राजेश सोनी को तुरंत रिहा करे। गोहिल ने कहा, “राजेशभाई कोई आतंकवादी नहीं हैं, वह एक सामाजिक कार्यकर्ता और राजनेता हैं।”

गोहिल ने इस मुद्दे पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर भी बयान दिया। उन्होंने लिखा, “अगर सेना के समर्थन में बोलना अपराध है, तो मैं और पूरा कांग्रेस कार्यकर्ता दल यह अपराध बार-बार करेंगे। अगर सरकार में हिम्मत है, तो हम सबको गिरफ्तार करे।” यह मामला अब राजनीतिक तूल पकड़ चुका है, और कांग्रेस इसे अभिव्यक्ति की आज़ादी से जुड़ा मुद्दा बता रही है। वहीं पुलिस इसे राष्ट्रहित और कानून व्यवस्था से जुड़ा मामला बता रही है।