पूर्व केंद्रीय मंत्री सह राजद सांसद मोहम्मद तस्लीमुद्दीन ने राजधनी ट्रेन में एक दंपत्ति के साथ दुर्व्यवहार मामले में बिहार में सत्तारूढ़ घटक दल जदयू के उनके पुत्र और विधायक सरफराज आलम को निलंबित किए जाने को लेकर सीमांचल इलाके में आंदोलन छेड़ने की धमकी दी है। किशनगंज में मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान अपने पुत्र सरफराज आलम के रेल प्रकरण पर चुप्पी तोड़ते हुए तस्लीमुद्दीन ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सीधा प्रहार करते हुए आरोप लगाया कि उन्हें अपमानित करने के लिए उनके पुत्र को जदयू द्वारा निलंबित किया गया। वह इसको लेकर चुप नहीं बैठेंगे, सीमांचल क्षेत्र में आन्दोलन छेड़ेंगे जदयू के नेताओं की पोल खोलेंगे।

जदयू के साथ बिहार में सत्ताधारी राजद के सांसद तस्लीमुद्दीन ने अपने पुत्र के बिना टिकट उक्त ट्रेन से यात्रा करने पर सफायी देते हुए कहा कि सीट खाली रहने के वजह से उनके पुत्र उस पर बैठ गये थे। दंपत्ति के नशे की हालत में होने का आरोप लगाते हुए दलील दी कि अचानक यात्रा करने की स्थिति में ट्रेन में सांसदों और विधायकों को ट्रेन में मौजूद टिकट संरक्षक सीटों का प्रबंध कर दिया कोई नहीं बात नहीं है, ऐसा पूर्व में भी होता रहा है।

उन्होंने अपने पुत्र द्वारा दंपत्ति के साथ किसी भी प्रकार का दुर्व्यवहार करने के आरोप को खारिज करते हुए कहा कि उनके पुत्र को एक साजिश के तहत झूठे मामले में फंसाया गया तथा उन्हें जदयू से निलंबित किया गया। उन्होंने कहा ‘जदयू में जो लोग तिसमारखां बने हुए हैं उन्हें पूर्णिया जिला के मरंगा थाना से अपराधी छवि वाले अपने पति को जबरन छुड़वा लेने वाली उक्त पार्टी की विधायक बीमा भारती तथा स्थानीय जदयू सांसद संतोष कुशवाहा के खिलाफ क्यों नहीं कार्रवाई की।’

तस्लीमुद्दीन ने अपने पुत्र के साथ अन्याय होने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पुत्र को जदयू से निलंबित इसलिए किया गया क्योंकि वे उस दल में रहकर नीतीश कुमार का ‘यस मैन’ नहीं बने थे।