राजस्थान में सड़कों पर नमाज अदा करने को लेकर भाजपा-कांग्रेस आमने-सामने आ गए हैं। जयपुर में शुक्रवार को जामा मस्जिद के बाहर दोनों तरफ बैरिकेडिंग लगाकर सड़क बंद कर दी गईं और सड़क पर अलविदा की नमाज अदा की जा रही है। इस दौरान, पूरे इलाके में लाउडस्पीकर लगाया गया है। साथ ही आसपास की दुकानें भी बंद कर दी गई हैं। इसको लेकर अलवर से भाजपा के सांसद महंत बालकनाथ ने राजस्थान सरकार को आड़े हाथों लिया है।
महंत बालकनाथ ने राजस्थान की गहलोत सरकार पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, “कुछ दिनों पहले, हिंदू धर्म के पर्व-त्योहारों, आयोजनों और शोभा यात्राओं पर प्रतिबंध लगाया गया था। उसका नोटिफिकेशन सभी के पास है।” भाजपा सांसद ने कहा, “आज जिस प्रकार से संप्रदाय विशेष के लिए खास इंतजाम किए जाते हैं, बिजली की निरतंर व्यवस्था की जाती है, इफ्तार पार्टी आयोजित की जाती है और सड़क को बंद कर उन लोगों को सुपुर्द कर दिया जाता है, दुकानों को बंद कर दिया जाता है। ऐसे में यह सरकार कहां से सभी के लिए समान काम कर रही है।”
गहलोत सरकार पर भड़के महंत बालकनाथ
महंत बालकनाथ ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “गहलोत सरकार तुष्टिकरण की राजनीति करती है और एक संप्रदाय विशेष के लिए काम करती है और उनका खास ध्यान भी रखती है, उनके पर्व-त्योहारों पर सहूलियतें प्रदान करती है।” करौली हिंसा का जिक्र करते हुए उन्होंने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा और कहा कि यहीं से शुरुआत हुई और उसके बाद ये मामला पूरे देश में फैलता चला गया।
भाजपा सांसद ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सुनियोजित तरीके से एक धर्म की सांप्रदायिक इच्छाओं को बढ़ाने के लिए लगातार काम किया है। उन्होंने कहा कि सरकार सभी धर्म के लोगों को समान रूप से देखे और उनके लिए व्यवस्थाएं करें। बालकनाथ ने कहा कि अगर सरकार एक धर्म के लोगों को विशेष सुविधाएं देगी और दसरे धर्म के लोगों पर प्रतिबंध लगाएगी तो ऐसे कैसे चलेगा?
