राजस्थान में मायावती की पार्टी के टिकट पर चुनाव जीते 6 विधायक कब के बागी हो चुके हैं। लेकिन उन्हें उम्मीद है कि वो उनका फरमान जरूर मानेंगे। राज्यसभा चुनाव को लेकर मायावती के निर्देश पर बसपा ने व्हिप जारी करके कहा है कि बसपा के सभी विधायक निर्दलीय को वोट दें। बीजेपी व कांग्रेस दोनों ही दलित विरोधी हैं। उन्हें वोट दिया तो पार्टी सख्त कार्रवाई करेगी।
राजस्थान में बसपा के टिकट पर चुनाव जीत कर आए छह विधायकों में राजेंद्र सिंह गुढ़ा, जोगिंदर सिंह अवाना, वाजिब अली, संदीप कुमार, लाखन सिंह और दीपचंद शामिल हैं। उधर, बसपा से कांग्रेस में आए वाजिब अली ने स्थानीय नेताओं की जगह बाहरी नेताओं को उम्मीदवार नहीं बनाने पर अपनी नाराजगी जताई है तो बसपा ने व्हिप जारी कर दी। ये फरमान पार्टी की राजस्थान इकाई की तरफ से जारी किया गया है।
राजस्थान राज्यसभा की चार सीटो के लिए पांच उम्मीदवार मैदान में होने से 10 जून को होने वाले चुनाव का मुकाबला अब रोचक हो गया है। राज्यसभा चुनाव में बीजेपी समर्थक निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा के मैदान में उतरने से कांग्रेस के तीनों सीट पर जीत का गणित गड़बडा गया है। कांग्रेस को अब अपने सहयोगी विधायकों कें क्रॉस वोटिंग की आशंका सताने लगी है।
राजस्थान चुनाव 2018 में बसपा के टिकट पर छह विधायक जीतकर आए थे। लेकिन जीतने के बाद सभी छह विधायकों ने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन कर ली थी। उनके खिलाफ बसपा ने दलबदल कानून के तहत सुप्रीम कोर्ट में अपील की है, इसीलिए बसपा ने छह विधायको के लिये व्हिप जारी की है।
कांग्रेस से मुकुल वासनिक, रणदीप सुरजेवाला और प्रमोद तिवारी मैदान में हैं। हर उम्मीदवार को जीत के लिए 41-41 विधायकों के वोट चाहिए। तीनों उम्मीदवारों के लिए 123 विधायकों के वोट जरूरी हैं। अगर तीन विधायकों के वोट भी इधर-उधर हो गए तो कांग्रेस के तीसरे उम्मीदवार की हार हो सकती है। कांग्रेस के पास खुद के 108 विधायक हैं। एक विधायक आरएलडी का है। 13 निर्दलीय, दो सीपीएम और दो बीटीपी विधायकों को मिलाकर कांग्रेस के पास 126 विधायक हैं। हालांकि बीटीपी भी फिलहाल अलग राह पर दिख रही है।
कांग्रेस के इस दावे के बावजूद सेंध का खतरा बना हुआ है। दरअसल नाराज विधायक कांग्रेस का समीकरण बिगाड़ सकते हैं। चार निर्दलीय, दो बीटीपी विधायक कांग्रेसी खेमे से खिसके तो संख्या बल 120 ही रह जाएगी। कांग्रेस रणनीति के तहत दो उम्मीदवारों की जीत के लिए के लिए 41-41 वोट डलवाएगी ताकि उनकी जीत तय हो सके। वहीं तीसरी वरीयता नंबर पर जो उम्मीदवार रहेगा, उस पर खतरा होगा।
राजस्थान कोटे से राज्यसभा चुनाव के लिए बीजेपी के समर्थन से सुभाष चंद्रा ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया है। जबकि घनश्याम तिवाड़ी ने बीजेपी के टिकट पर पर्चा भरा है। बीजेपी के पास दूसरी सीट के लिए 30 अतिरिक्त वोट हैं। ऐसे में ये सीट निर्दलीय प्रत्याशी सुभाष चंद्रा को जीतने के लिए बीजेपी के तीस वोट के अतिरिक्त 11 वोट और चाहिए। ऐसे में क्रॉस वोटिग की आशंका तेज हो रही है।