राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर अपनी ही पार्टी के नेता सचिन पायलट पर निशाना साधा है। एक होटल समारोह में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि “जब सरकार संकट में थी और हम लोग करीब 34 दिन तक होटल में रुके रहें। सभी एमएलए होटल में मेरा इंतजार करते थे कि सरकार बचेगी या नहीं लेकिन विधायकों को मेरी बॉडी लैंग्वेज देखकर लगा, अब सरकार बच जायेगी।”

गहलोत ने सविल सर्विसेज डे पर कल्चरल इवेंट में कहा कि “मेरे साथ होटल में रुककर विधायकों को कुछ नहीं मिलने वाला था लेकिन जैसी ही बाहर जाते उन्होंने 10 करोड़ रुपए का खुला ऑफर था। मुझे अपने विधायकों पर गर्व है 34 दिनों तक उन्होंने लालच को छोड़कर वहां बैठे रहें। आप कल्पना कर क्या माहौल रहा होगा। वह एक बड़ा क्राइसिस मैनेजमेंट था। दुआओं से बच गए वरना मेरी जगह कोई और खड़ा होता। मैं लिखाकर लाया हूं इसलिए तीसरी बार मुख्यमंत्री बन गया। अन्य नेता कहते रहते हैं कि उनकी जाति के 35 विधायक हैं या कोई कहता हैं 45 विधायक हैं। राजस्थान में तो सिर्फ अपनी जाति से में ही विधायक हूं और अपनी दुकानदारी ऐसे ही चलती है।”

गहलोत ने की सोनिया गांधी से मुलाकात: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को दिल्ली में पार्टी की अध्यक्षा सोनिया से मुकालात की थी। यह मुकालात चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की ओर से लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर दी गई विस्तृत प्रस्तुति (Detailed Presentation) पर थी, जिसमें छत्तीसगढ़ के भूपेश बघेल समेत कई बड़े कांग्रसी नेता शामिल हुए थे।

इस बैठक में सीएम गहलोत ने कहा कि “प्रशांत किशोर एक ब्रांड बन गए हैं। 2014 के लोकसभा चुनावों में भाजपा के साथ थे, जिसके बाद वह नीतीश कुमार के साथ गए और फिर 2017 में पंजाब कांग्रेस के साथ थे। वे एक पेशेवर चुनावी रणनीतिकार हैं। उनके जैसे और भी कई लोग हैं – हम उनसे भी संपर्क करते हैं,लेकिन प्रशांत किशोर एक बड़ा नाम बन गए है, इसलिए मीडिया का भी पर फोकस बना रहता है।”

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार गुरुवार को कांग्रेस नेता सचिन पायलेट ने भी सोनिया गांधी से मुलाकात की, उन्हें जल्द संगठन में बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है।