करौली हिंसा के मामले में राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप दौर का चल रहा है। दुकानों को जलाएं जाने पर हैदराबाद से सांसद और एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने राजस्थान सरकार के मंत्री के हवाले से बड़ा दावा किया है। ओवैसी ने ट्वीट कर कहा कि “राजस्थान सरकार के मंत्री ने बताया कि करौली के फसाद में कुल 80 दुकानें जलाई गयी थी जिसमें से 73 मुसलमानों की थीं लेकिन भाजपाइयों की मानें तो करौली में सिर्फ हिन्दुओं का नुकसान हुआ”
राजस्थान सरकार पर भी बोला हमला: ओवैसी ने इसके साथ करौली हिंसा को लेकर राजस्थान सरकार को भी कटघरे में खड़ा में किया। उन्होंने अपने अगले ट्वीट में कहा कि “करौली में मुसलमानों को न सिर्फ़ संघ के दंगाइयों ने निशाना बनाया बल्कि उन्हें गहलोत सरकार की पुलिस और प्रशासन द्वारा उत्पीड़न का सामना भी करना पड़ा।”
भाजपा का दावा: करौली हिंसा पर भाजपा के राज्यसभा किरोड़ी माल मीणा ने दावा किया था कि हिन्दू नववर्ष पर हुए उपद्रव के कारण शहर से करीब 195 हिंदू परिवार पलायन कर चुके हैं। वहीं करौली हिंसा के बाद पीड़ित परिवारों से मिलने भाजपा के सांसद और युवा मोर्चा के अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या कल राजस्थान पहुंचे, जहां उन्हें राज्य सरकार की ओर से गिरफ्तार कर लिया गया था।
तेजस्वी के दौरे पर उठाएं सवाल: राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने तेजस्वी सूर्या के दौरे पर सवाल खड़े किये। उन्होंने कहा कि किसी भी पार्टी के नेता को धारा 144 तोड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी। हमने उन्हें फिर भी 3 गाड़ियों के साथ करौली जाने की अनुमति दी लेकिन वे वहां पुलिस से भिड़ गए। आगे उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता आए थे तो प्रधानमंत्री रिलीफ फंड से कुछ पैसा ले आते और लोगों को मुआवजा दे जाते। तब तो आने का कुछ मतलब बनता। यहां ये लोग बस केवल राजनीतिक रोटी सेंकने आए हैं। इन्हें शर्म आनी चाहिए।
100 ज्यादा गिरफ्तारियां: करौली हिंसा पर सरकार की कार्यवाही के बारे में बताते हुए कहा कि अब इस मामले में करीब 100 गिरफ्तारियां हुईं हैं और 27 मुकदमों को दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि हिंसा में करीब 80 दुकानें जलाई गई, जिसमें 73 अल्पसंख्यक समाज से और 7 दुकानें बहुसंख्यक समाज की है। नुकसान सभी का हुआ है।