राजस्थान के कई जिलों में उर्वरकों विशेषकर यूरिया की किल्लत की खबरें आ रही है। प्रदेश के बूंदी जिला मुख्यालय और नैनवा में यूरिया खरीद के दौरान किसानों को भगदड़ का शिकार होना पड़ा। इस भगदड़ में तीन किसान घायल हो गए है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अधिकारियों को राज्य में यूरिया आपूर्ति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। इस बीच बीजेपी की नेशनल इन्फॉर्मेशन एंड टेक्नालॉजी टीम के इंचार्ज, अमित मालवीय ने ट्वीट कर कांग्रेस पर तंज कसा है।
दरअसल, बूंदी जिला मुख्यालय में खाद वितरण के दौरान किसानों की भीड़ ज्यादा थी। यूरिया पाने के लिए किसानों की सुबह 3 बजे से लंबी लाइनें लगी हुई थी। इसी बीच अफरा-तफरी मचने से कई लोग नीचे गिर गए और भीड़ के नीचे दबने से तीन किसान घायल हो गए। कल ही सीएम अशोक गहलोत ने यूरिया की किल्लत को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक में हालात की समीक्षा की थी। मामले में बीजेपी की नेशनल इन्फॉर्मेशन एंड टेक्नालॉजी टीम के इंचार्ज, अमित मालवीय ने ट्वीट कर कहा- कांग्रेस के आते ही, यूरिया की चोरी शुरू और किसान परेशान।
सीएम गहलोत ने मुख्यमंत्री कार्यालय में कृषि तथा सहकारिता विभाग के अधिकारियों की बैठक में यूरिया तथा उर्वरकों की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए थे। लेकिन बूंदी जिले के लंकागेट स्थित क्रय विक्रय सहकारी समिति में यूरिया लेने पहुंचे किसानों पर पुलिसकर्मी द्वारा लाठियां भांजने की खबर आयी है। खाद लेने पहुंचे किसानों के अनुसार, सहकारी समिति के बाहर करीब 1200 किसान आए थे। लेकिन आपूर्ति के लिए यूरिया की मात्रा आधे से भी कम लोगों के लिए ही थी। गौरतलब है कि क्षेत्र में यूरिया के कमी की किसान कई हफ़्तों से आवाज उठा रहे है।
बूंदी जिले के केशोरायपाटन, गेण्डोली, बूंदी शहर, नैनवा, देहीखेड़ा, कापरेन, देई, हिण्डोली, नमाना, लाखेरी समेत कई कस्बो से किसानों के खाद के लिए लाइनों में लगे होने की ख़बर है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राजस्थान के सबसे बड़े यूरिया प्लांट चम्बल फर्टिलाइजर्स एण्ड केमिकल्स लि. के बाहर किसानों ने धरना-प्रदर्शन किया था। चम्बल फर्टिलाइजर्स एण्ड केमिकल्स लि. से रोजाना दो हजार मीट्रिक टन यूरिया भेजा जा रहा है। लेकिन मांग ज्यादा होने से आपूर्ति नहीं हो पा रही है।