राजस्थान में हालात काबू में होने के बजाए और बिगड़ता जा रहा है। जोधपुर और करौली में हिंसा और तनाव पर पुलिस ने नियंत्रण किया तो भीलवाड़ा में माहौल खराब हो गया। बुधवार रात दो युवकों पर हमले के बाद उनकी मोटरसाइकिल जला दी गई। इससे लोगों में गुस्सा भड़क उठा। नाराज लोग वहीं धरने पर बैठ गए। आनन-फानन में वहां भारी संख्या में पुलिस तैनात कर दिया गया। उधर, जोधपुर में छह मई रात 12 बजे तक कर्फ्यू बढ़ा दिया गया है। इंटरनेट सेवाएं भी ठप रहेंगी। सीएम अशोक गहलोत ने कहा, “हमने स्थिति कंट्रोल में की है, इसकी वजह से करौली, राजगढ़ और जोधपुर में एक भी मौत नहीं हुई।”

टीवी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भीलवाड़ा में देर रात दो लड़कों पर बेसबॉल वाले डंडे से हमला किया गया, फिर उनकी बाइक जला दी गई। इससे इलाके में तनाव व्याप्त हो गया। दूसरी तरफ पुलिस अधीक्षक आदर्श सिद्धू ने बताया, “थाना सुभाषनगर क्षेत्र में सांगानेर कस्बे में एक घटना हुई है, जिसमें 2 लोगों के साथ कुछ लोगों ने मारपीट की है। कुछ सुराग हमें मिले हैं, आरोपियों की पहचान की जा रही है। जल्द से जल्द आरोपियों को पकड़ा जाएगा। शांति व्यवस्था बनाए रखें।”

भीलवाड़ा के डीसी आशीष मोदी ने कहा, “हम आसपास के सीसीटीवी फुटेज की भी जांच कर रहे हैं। एक व्यक्ति को बहुत मामूली चोटें आई हैं जबकि दूसरे को सिर में मामूली चोट आई है और उसकी हालत स्थिर है। मैं लोगों से अपील करता हूं कि अफवाहों पर ध्यान न दें और क्षेत्र में शांति बनाए रखें।”

जोधपुर में बुधवार को कर्फ्यू के दौरान तैनात पुलिसकर्मी। (पीटीआई)

इस बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जोधपुर में हिंसा के लिए भाजपा और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को जिम्मेदार ठहराया है। कहा कि “डेढ़ साल बाद राज्य में चुनाव है। इसलिए अभी से टारगेट करना शुरू कर दिया गया है। भाजपा और आरएसएस दोनों ने अपने कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया है कि किसी भी रूप में सरकार और सीएम को बदनाम करो।”

उन्होंने कहा कि इसको देखते हुए उनके कार्यकर्ता उसी तरह का काम कर रहे हैं। सीएम ने कहा कि हिंसा के पीछे भाजपा की सोची-समझी साजिश है। ये ही लोग दंगे करवाते हैं और फिर अफवाह और हिंसा फैलाते हैं।

जोधपुर में विवाद को लेकर बताया जा रहा है दो समुदायों के बीच जालोरी गेट चौराहे के बालमुकंद बिस्सा सर्किल पर लगे भगवा झंडे को उतारकर, उसकी जगह पर इस्लामी प्रतीक वाले झंडे फहराने के बाद झड़प शुरू हो गई। घटना के बाद दोनों समुदायों में आधी रात को भारी पथराव शुरू हो गया।हिंसा में कई लोग घायल हुए थे. अब इस मामले में पुलिस ने 141 लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें से 133 को धारा 151 में एवं 8 को अन्य मुकदमों में गिरफ्तार किया गया है. पुलिस अब इन आरोपियों से पूरे घटना को लेकर पूछताछ शुरू कर रही है. वहीं इस हिंसा पर स्थानीय लोगों ने कहा कि इस घटना में लूटपाल के इलाके से आसपास के लोगों ने ही हमला किया था.