Rajasthan Politics: राजस्थान कांग्रेस में अंदरूनी कलह थमती नजर नहीं आ रही है। सीएम अशोक गहलोत और उनके समर्थक सचिन पायलट पर लगातार निशाना साध रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ सचिन पायलट सार्वजनिक रूप से कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं। वहीं अब गहलोत के मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने सचिन पायलट की तरफ से मोर्चा संभाल लिया है।

राजस्थान सरकार में सैनिक कल्याण मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का नाम लिए बगैर अशोक गहलोत और उनके समर्थक विधायकों पर निशाना साधा है। राजेंद्र गुढ़ा ने सचिन पायलट की तारीफ करते हुए कहा कि पायलट को सभी ने महाभारत के अभिमन्यु की तरह छल से घेर लिया है। उन्होंने कहा कि नकली लोग नजदीक लगे रहे और उन्होंने ही षडयंत्र रचा।

गुढ़ा ने कहा कि 2018 चुनाव था, जिन लोगों को लाइन में खड़े होकर सचिन पायलट ने टिकट दिया और उन्हीं के नाम पर वो लोग चुनाव जीत कर आए। उसके बाद उन्हीं लोगों ने सचिन पायलट के साथ छल किया। उन्होंने कहा कि जब 2018 बगावत की वजह से पांच को मंत्री बनाया जा सकता है तो फिर सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने में क्या हर्ज है।

‘सचिन पायलट को बदनाम करने के लिए साजिश रची गई’

गहलोत का नाम लिए बिना मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि कुछ विधायकों को उकसाकर उनके जरिये बगावत कराई गई और फिर वे छोड़कर चले आए। उन्होंने कहा कि ये सचिन पायलट को बदनाम करने के लिए एक षडयंत्र रचा गया और उसमें वो काफी हद तक सफल भी हुए। राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि सचिन पायलट की उम्र कम थी। उनके पिता राजेश पायलट की अचानक मौत की वजह से उन्हें राजनीति में आना पड़ा।

सैनिक कल्याण मंत्री ने कहा कि सचिन पायलट अच्छे इंसान हैं। हम उनके साथ हैं। उन्होंने कहा कि सचिन पायलट को चेताया था, लेकिन वो नहीं माने। गुढ़ा यहीं नहीं रुके और गहलोत समर्थक विधायकों पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि जब दिल्ली से पर्यवेक्षक आए थे, तब इन्होंने भी तो आलाकमान के खिलाफ बगावत कर दी।

गुढ़ा ने शांति धारीवाल के घर हुई गहलोत समर्थक विधायकों की मीटिंग को लेकर कहा कि पार्टी के चीफ व्हिप ने फोन करके बुलाया था। नहीं जाते तो सदस्यता चली जाती। उन्होंने कहा कि इसीलिए उनके घर के बाहर जाकर चला आया था।

बता दें, रविवार को राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा कि नए सीएम के नाम पर 102 विधायक इस कदर भड़क गए कि उन्होंने किसी की नहीं मानी। उन्हें इतना क्या भय था? ऐसा क्यों हुआ, क्या कारण रहे।