Govind Ram Meghwal on Karva Chauth: राजस्थान के कैबिनेट मंत्री गोविंद राम मेघवाल के एक बयान को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। मेघवाल ने शनिवार (20 अगस्त 2022) को कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारत में महिलाएं अभी भी एक छलनी से चंद्रमा को देखती हैं और करवाचौथ पर अपने पति की लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करती हैं। वहीं, विकसित देशों में महिलाएं विज्ञान की दुनिया में अपना लोहा मनवा रही हैं।
आपदा प्रबंधन एवं सहायता मंत्री गोविंद राम मेघवाल ने राजस्थान डिजीफेस्ट कार्यक्रम को संबोधित करते हुए करवाचौथ को अंधविश्वास बताया। गहलोत सरकार में मंत्री मेघवाल ने महिलाओं की आस्था के पर्व करवा चौथ को लेकर कहा कि हमारे देश की महिलाएं करवाचौथ पर आज भी छलनी से चांद को देख रही हैं और पति की उम्र लंबी करने के लिए व्रत रख रही हैं।
यहां करवाचौथ पर देखती हैं छलनी: गोविंद राम ने कहा, “चीन में 80 प्रतिशत महिलाएं, अमेरिका में 50% महिलाएं काम करती हैं इसलिए वो देश विज्ञान की दुनिया में जी रहे हैं। दुर्भाग्य है कि आज भी हमारे यहां करवाचौथ पर महिला, छलनी से चांद देखती है, पति की उम्र लंबी करने की बात करती है। लेकिन पति कभी भी पत्नी की उम्र के लिए छलनी नहीं देखता। लोग अंधविश्वास में धकेल रहे हैं, लोग धर्म और जाति के नाम पर लड़ा रहे हैं।”
इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री गहलोत भी मौजूद थे। वहीं, कैबिनेट मंत्री के इस बयान पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी ने गोविंद राम मेघवाल से माफी मांगने और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
बीजेपी नेता राजेंद्र राठौर ने ट्वीट किया, “भारतीय संस्कृति में महिलाओं के लिए ‘करवाचौथ’ का व्रत अखंड सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। लेकिन दुर्भाग्य है कि मंत्री गोविंद मेघवाल छलनी से चांद देखने की वर्षों से चली आ रही भारतीय परंपरा को अंधविश्वास बता कर महिलाओं की आस्था पर आघात पहुंचा रहे हैं।”
हालांकि, विवाद बढ्ने पर मेघवाल ने सफाई देते हुए संवाददाताओं से कहा कि वह केवल वैज्ञानिक सोच और शिक्षा को बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने कहा, “मैं करवाचौथ के खिलाफ नहीं हूं। जो कोई भी इसका पालन करना चाहता है, वह ऐसा कर सकता है। मैं वैज्ञानिक स्वभाव के महत्व के बारे में बात कर रहा था।”