राजस्थान के अलवर में एक हेड कॉन्स्टेबल गोतस्करी करते पकड़ा गया है। वारदात को अंजाम देने के दौरान वह पुलिस लोगो (चिह्न) लगी गाड़ी चलाकर मवेशी को एक से दूसरी जगह ले जा रहा था। आरोपी कॉन्स्टेबल के अलावा पांच और लोग भी इस सांठगांठ के भंडाफोड़ के साथ गिरफ्तार किए गए हैं, जबकि 27 गोवंश को इनके चंगुल से छुड़ाया गया है।

मामला शनिवार का है। स्थानीय रिपोर्ट्स में बताया गया कि अलवर में पुलिस की तीन अलग-अलग जगहों पर चेकिंग लगी थी। गोविंदगढ़ में रामबास फाटक के नजदीक सुबह करीब साढ़े सात बजे पिकअप पर पुलिस टीम की निगाह पड़ी थी। रोक कर उसकी चेक हुई, तो पता लगा कि हेड कॉन्स्टेबल बाबू लाल शर्मा उसे चला रहे थे।

53 साल के शर्मा जयपुर पुलिस लाइन में तैनात हैं और वह नयाबास थाना जमवारामगढ़, जयपुर के निवासी हैं। वह जिस पिकअप को चला रहे थे, उसमें भेड़-बकरियों की तरह 5 गोवंश ठुंसे हुए थे। उनके मुंह और सींगों को रस्सियों से बांध दिया गया था, ताकि वे शोर और उत्पात न मचा पाएं।

आरोपी हेंडकॉन्स्टेबल ने पूछताछ में बताया कि वह किसी मिलने वाले के यहां गोवंश छोड़ने जा रहे थे। बाद में जब संबंधित शख्स से पुलिस का संपर्क न हो सका, तब शर्मा ने गोवंश को गोकशी के लिए दिल्ली से सटे हरियाणा ले जाने की बात कबूल ली।