हाल ही में राजस्थान के करौली समेत देश के कई हिस्सों में हिंसा की घटनाएं होने और उपद्रव के चलते देश में अशांति जैसा माहौल बन गया था। ऐसे में स्थानीय सरकारों पर कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। इस बीच राजस्थान के करौली में स्थिति फिलहाल सामान्य है, लेकिन राजस्थान सरकार ने एक बड़े प्रशासनिक फेरबदल के तहत करौली के कलेक्टर समेत 69 आईएएस अफसरों को इधर से उधर कर दिया।

राज्य के कार्मिक विभाग ने बुधवार देर रात तबादलों के आदेश जारी किए। इसके तहत तीन संभागों के आयुक्त व पांच जिलों के कलेक्टर बदले गए हैं।तबादला आदेश के तहत आईएएस विकास सीताराम भाले को जयपुर, जितेंद्र कुमार उपाध्याय को जोधपुर व सांवरमल वर्मा को भरतपुर का नया संभागीय आयुक्त बनाया गया है।

वहीं, आईएएस सौरभ स्वामी को प्रतापगढ़, निशांत जैन को जालोर, नकाते शिवप्रसाद मदन को अलवर, प्रकाश चंद्र शर्मा को बांसवाड़ा व अंकित कुमार सिंह को करौली का नया जिला कलेक्टर बनाया गया है। उल्लेखनीय है कि करौली शहर में दो अप्रैल को नव संवत्सर के अवसर पर आयोजित रैली पर पथराव के बाद हिंसा व आगजनी हुई थी।

इन तबादलों में गौरव गोयल को मुख्यमंत्री के सचिव पद पर तथा रवि जैन को जयपुर विकास प्राधिकरण के आयुक्त पद पर तैनात किया गया है। तबादला सूची में वरिष्ठ आईएएस वीनू गुप्ता, डॉ. सुबोध अग्रवाल, सुधांश पंत, शिखर अग्रवाल व श्रेया गुहा का भी नाम है।

दरअसल राजस्थान के करौली में हिन्दू नववर्ष के अवसर पर कुछ लोग बाइक रैली निकाल रहे थे। इसको लेकर दो समुदायों के बीच भिड़ंत हो गई थी। रैली पर असमाजिक तत्वों के पथराव के बाद इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया था। इसके अलावा करौली के ही कुछ ग्रामीण इलाकों में कई लोगों के घरों पर भी हमले किए गए थे। साथ ही वहां रहने वालों की पिटाई भी कर दी गई थी।

बुधवार को भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या जब करौली हिंसा के पीड़ितों से मिलने जा रहे थे, तब प्रशासन ने उनको दौसा के पास रोक दिया था। उनको आगे नहीं बढ़ने दिया गया। इसको लेकर राजस्थान की कांग्रेस सरकार और विपक्षी भाजपा आमने-सामने आ गई हैं। सूर्या ने ऐलान किया था कि वे लोगों से मिलने जरूर जाएंगे। वे उस अस्पताल में भी गए,जहां हिंसा से पीड़ित लोग भर्ती कराए गए थे।