राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार पर संकट खड़ा हो गया है। गहलोत सरकार को झटका देते हुए भारतीय ट्राइबल पार्टी (BTP) ने सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है। BTP के 2 विधायकों ने शुक्रवार को राजस्थान सरकार से समर्थन वापस लेने की बात कही है। पार्टी का आरोप है कि हाल ही में राज्य में हुए पंचायत चुनाव में कांग्रेस ने उनकी मदद नहीं की थी। BTP नेता छोटूभाई वसावा ने इस संबंध में 2 ट्वीट किये। एक ट्वीट में उन्होंने कहा कि ‘BJP-कांग्रेस एक हैं…राजस्थान सरकार से BTP पार्टी अपना समर्थन वापस लेगी।’

अपने अगले ही ट्वीट में छोटूभाई वसावा ने यह भी कहा कि ‘#BJP-कांग्रेस एक हैं इसलिए क्षेत्रीय पार्टीयो को सत्ता से दूर करने के लिए कांग्रेस-BJP एक दूसरे का विरोध कर क्षेत्रीय पार्टीयों से गठबंधन कर उन्हें खत्म करती हैं। इसलिए यह लोग तीसरे मोर्चे की बात करते हैं। इसलिए वह चुनाव के नतीजो में पहले नही होता…अब पहला मोर्चा बनेगा जो पहले स्थान पर रहेगा।’ बीटीपी के इन दोनों विधायकों ने अगस्त के महीने में अशोक गहलोत सरकार को उस वक्त अपना समर्थन दिया था जब तत्कालीन डिप्टी सीएम सचिन पायलट के विद्रोह की वजह से सरकार संकट में आ गई थी। इसके बाद इन दोनों विधायकों का अशोक गहलोत सरकार को समर्थन मिला। बाद में राज्य विधानसभा में गहलोत सरकार ने बहुमत हासिल कर सरकार को गिरने से बचा लिया था।

यहा आपको बता दें कि राजस्थान में हुए पंचायत चुनाव में बीजेपी ने कांग्रेस को मात देने का दावा किया है। राजस्थान के पंचायती राज और जिला परिषद चुनावों में कांग्रेस को कई जगहों पर हार का सामना करना पड़ा है। राजस्थान के 21 जिलों में 4371 पंचायत समिति सदस्यों के चुनाव में BJP के 1835 उम्मीदवारों को जीत मिली, वहीं कांग्रेस के 1718 उम्मीदवारों को सफलता हासिल हुई। नतीजों के बाद केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने बताया था कि 21 जिला परिषद सीटों में से बीजेपी ने 14 सीटों पर कब्जा जमाया है, वहीं कांग्रेस को केवल पांच सीटों पर संतोष करना पड़ा है।

नतीजों के बाद बीटीपी के प्रदेश अध्यक्ष वेलाराम घोघरा ने कहा था कि इन दोनों पार्टियों की मिलीभगत से वह डूंगरपुर में अपना जिला प्रमुख और तीन पंचायत समितियों में प्रधान नहीं बना पाई जबकि बहुमत उनके पास था। घोघरा ने कहा, ‘‘इस घटनाक्रम से कांग्रेस और भाजपा, दोनों का असली चेहरा सामने आ गया है..हम राज्‍य की गहलोत सरकार से अपने रिश्‍ते खत्‍म कर रहे हैं और इसकी औपचारिक घोषणा की जाएगी।