राष्ट्रीय राजधानी में अगस्त के दौरान बारिश का पिछले 14 साल का रेकार्ड टूट गया है। दिल्ली में इस माह शुक्रवार शाम तक 390.3 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। इससे पहले अगस्त 2010 में 455.1 मिमी बारिश हुई थी। इसके बाद अगस्त 2012 में 378.8 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। दूसरी ओर, केरल के सात जिलों में भारी बारिश को लेकर नारंगी चेतावनी जारी की गई। जबकि, राजस्थान में मानसून कमजोर पड़ गया है।
भारतीय मौसम विभाग (आइएमडी) के मुताबिक, दिल्ली के प्राथमिक मौसम केंद्र सफदरजंग स्थित वेधशाला ने अगस्त में शुक्रवार शाम तक 390.3 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की। आइएमडी के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में अगस्त में अब तक की सर्वाधिक वर्षा का रेकार्ड वर्ष 1961 में 583.3 मिमी बारिश के साथ दर्ज किया गया था। बीते गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी में अधिकतम तापमान सामान्य से छह डिग्री कम 28.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो चार वर्षों में अगस्त के किसी दिन का सबसे कम तापमान था।
अगस्त में 34.1 डिग्री सेल्सियस रहा तापमान
आइएमडी के मुताबिक, पूरे महीने हुई वर्षा के कारण दिल्ली का औसत मासिक अधिकतम और न्यूनतम तापमान दोनों सामान्य से नीचे रहे। आंकड़ों के अनुसार, इस बार अगस्त में अब तक दिल्ली का औसत अधिकतम तापमान 34.1 डिग्री सेल्सियस रहा है, जो वर्ष 2013 में दर्ज 33.6 डिग्री के बाद सबसे कम है। शुक्रवार को दिल्ली में अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 35 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
दूसरी ओर, केरल के कई जिलों में शुक्रवार सुबह भारी बारिश हुई, जिससे विभिन्न हिस्सों में सड़कों पर जलभराव और यातायात जाम हो गया। मौसम विभाग ने राज्य के सात जिलों के लिए नारंगी चेतावनी जारी की है। राज्य के कोल्लम, अलाप्पुझा, कोट्टायम, एर्नाकुलम और इडुक्की जिलों में कई स्थानों पर भारी बारिश के साथ 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चलीं, जिससे फसलों को नुकसान पहुंचा है।
वहीं, राजस्थान में मानसून पिछले कुछ दिनों में कमजोर हुआ है, जहां बीते चौबीस घंटे में सिरोही व गंगानगर सहित कई जिलों में मध्यम दर्जे की बारिश हुई। मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार, बीते 24 घंटों में पश्चिमी व पूर्वी राजस्थान में कुछेक स्थानों पर ही बारिश हुई। राज्य में अगले सप्ताह मानसून फिर जोर पकड़ सकता है।