कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने बुलेट ट्रेन मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि इस नेटवर्क पर हजारों करोड़ रूपया खर्च करना उन लाखों लोगों को फायदा नहीं पहुंचाएगा जो अपने रोजाना के सफर के लिए मौजूदा रेलवे नेटवर्कों पर निर्भर हैं।
मुबंई और अहमदाबाद के बीच भारत की प्रथम बुलेट ट्रेन नेटवर्क परियोजना को अंतिम रूप दिए जाने के दो महीने बाद उनकी यह टिप्पणी आई है। हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय में आत्महत्या करने वाले दलित शोधार्थी रोहित वेमुला को श्रद्धांजलि देने के बाद राहुल ने एनएसयूआई नेताओं से बात करते हुए कहा कि वह एक संस्थागत हत्या का शिकार हुआ है।
उन्होंने आरोप लगाया कि वाम और आरएसएस दोनों इस रूप में एक जैसे हैं कि दोनों ही एक विचार को हर जगह थोपते हैं। जो असहमत होते हैं उन्हें कोई जगह नहीं दी जाती। वाम हिंसक और राजनीतिक रूप से असहिष्णु है। राहुल ने भाजपा और मोदी को आरएसएस की कठपुतली बताते हुए कहा कि देश के युवाओं के बीच असहमति की एक भावना उभर रही है और संघ संचालित भाजपा इसे महसूस कर रही है और इस तरह इसे दबाने की पूरी कोशिश कर रही है।