कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों से पहले देवरिया से किसान यात्रा का आगाज किया। उन्होंने कहा कि किसानों की समस्या और दुख हम मोदी जी तक पहुंचाएंगे। इस जिले में 17 चीनी की मिलें हुआ करती थी लेकिन आज सभी बंद हैं। इसके लिए कौन जिम्मेदार है। केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों को भुला दिया है। राहुल बोल, ”मैंने मोदीजी से पूछा कि किसानों की रेट और बाजार की रेट में अंतर क्यों हैं। लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। किसान यात्रा शुरू की है ताकि मोदीजी पर किसानों की समस्या दूर करने का दबाव बनाया जा सके। पीएम मोदी 50 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा बड़े-बड़े उद्योगपतियों का माफ किया। अगर आप बड़े लोगों का कर्ज माफ करना चाहते हैं तो कीजिए, लेकिन किसान का भी कीजिए. बिजली के बिलों से किसानों को दिक्कत होती है। जब हमारी सरकार थी तो हमने मजदूरों की मदद मनरेगा से की और किसानों की मदद कर्ज माफ करके की। हमने इस यात्रा की शुरुआत मोदी सरकार पर दबाव डालने के लिए शुरू की है।”
इससे पहले राहुल गांधी नेे घर-घर जाकर जनसंपर्क की शुरुआत भी की। साथ ही चुनाव प्रचार वाले मिनी रथों को भी रवाना किया। इस यात्रा के जरिए वे 225 विधानसभाओं को कवर करेंगे। चार लाख कांग्रेस कार्यकर्ताओं को लक्ष्य बनाकर 250 मिनी रथ भेजे गए हैं। प्रत्येक रथ में 1600 कार्यकर्ताओं के लिए प्रचार सामग्री और किसान मांगपत्र शामिल हैं। पार्टी ने राहुल गांधी की यात्रा के रास्ते में डेढ़ लाख कार्यकर्ताओं की पहचान कर ली है। इन कार्यकर्ताओं को टिकट चाहने वाले नेताओं के समर्थकों के साथ प्रतिदिन 10 घरों में जाने का प्रशिक्षण भी दिया गया है। इसके बाद राहुल गांधी किसानों के साथ खाट पर चर्चा करेंगे। यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चाय पर चर्चा अभियान की तर्ज पर बनाया गया है।
इस अभियान से जुड़े एक कांग्रेस नेता ने बताया, ”यह बड़ा कार्यक्रम है। इसके तहत चार लाख कार्यकर्ताओं तक पहुंचने का लक्ष्य है। बाद में इनमें से प्रत्येक कार्यकर्ता 100 घरों तक जाएगा। लेकिन हम पहले ही डेढ़ कार्यकर्ताओं का सत्यापन कर चुके हैं और उनमें से प्रत्येक 10 घर जाएगा। बाकी हमारे लिए बोनस होगा।” कांग्रेस सूत्रों के अनुसार कार्यकर्ता मार्गदर्शिका में 100 पीले रंग के स्टीकर होंगे जिन्हें कार्यकर्ताओं के मोबाइल फोन और घरों के बाहर लगाया जाएगा। इन स्टीकर्स पर ‘कर्जा माफ, बिजली हाफ, समर्थन मूल्य का करो हिसाब’ जैसे नारे लिखे होंगे। इन पर कांग्रेस का चुनाव चिन्ह, राहुल का फोटो और 24 साल यूपी बेहाल जैसे नारे भी लिखे होंगे।”
पार्टी कार्यकर्ताओं को ‘किसान त्रस्त, सरकार मस्त, कांग्रेस किसानों की सच्ची साथी’ जैसे नारे लगाने को भी कहा गया है। खाट पंचायत के लिए 300 खाट तैयार की गई है। इन खाटों के दो सैट तैयार किए गए हैं, क्योंकि राहुल गांधी हर रोज दो जिलों में खाट पंचायत करेंगे।
Live updates:
There were 17 sugar mills in this district, but today all are shut. Who is responsible? GoI & UP Govt have forgot the farmers: Rahul Gandhi
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 6, 2016
मोदी जी ने किसानों की बहुत बात की, मगर दुःख की बात ये है कि जब उनकी सरकार आई तो उत्तर प्रदेश के ही नहीं पूरे देश के किसानों को भूल गये!
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 6, 2016
Have started Kisan Yatra so that there is pressure on Modiji to solve the farming crisis in India: Rahul Gandhi pic.twitter.com/X7RcRp8RFG
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 6, 2016
UP: Congress VP Rahul Gandhi reaches Deoria, will begin Kisan Yatra shortly pic.twitter.com/h0Nr6yQsbq
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 6, 2016

