दिल्ली के जहांगीरपुरी दंगे को लेकर भाजपा और विपक्ष के बीच जारी आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इसको लेकर भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा और आम आदमी पार्टी के सांसद और प्रवक्ता राघव चड्ढा के बीच टीवी चैनल एबीपी पर तीखी बहसबाजी हुई। इस दौरान दोनों दलों के प्रवक्ताओं ने एक-दूसरे पर आरोप लगाते हुए कहा कि दंगों को भड़काने मेंं उनका हाथ है।
आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता राघव चड्ढा ने डिबेट के दौरान ही भाजपा के एक नेता के साथ दंगे के मुख्य आरोपी अंसार शेख की एक तस्वीर पोस्टर पर दिखाकर पूछा कि कितने पैसे लिए। उन्होंने कहा कि अगर गृहमंत्री अमित शाह लॉ एंड आर्डर नहीं संभाल पा रहे हैं तो विभाग दिल्ली सरकार को दे दें। इस पर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने उनको ताहिर हुसैन की याद दिलाकर कहा दंगे के असली गुनहगार यह है। कहा कि ताहिर हुसैन को बचाने के लिए राघव चड्ढा और संजय सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस किया था। उसे ये भूल गए।
राघव चड्ढा ने कहा कि “अमेरिका और यूरोप में जब कोई अपराध करता है तो वह जेल जाता है, भारत में जब कोई अपराध करता है तो वह भाजपा में जाता है।” संबित पात्रा ने पलटवार करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी का न कोई धर्म है न ही जाति है। ये रोहिंग्या मुसलमानों को मुफ्त बिजली-पानी और राशन देकर सरकारी जमीन पर बसाए हुए हैं और उनका वोट ले रहे हैं। केजरीवाल सरकार की फ्री सुविधाओं की वजह से ही अपराध बढ़ रहे हैं।
एंकर सुमित अवस्थी से बात करते हुए भाजपा के संबित पात्रा और आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा दोनों ने एक-दूसरे के खिलाफ भड़काऊ टिप्पणियां करने लगे। इस पर मजबूरन एंकर सुमित अवस्थी को डिबेट रोकना पड़ा।
उधर, दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में कुशाल चौक के पास की सड़कों पर मंगलवार को कुछ सामान्य गतिविधियां फिर से शुरू हो गईं, लेकिन हिंसा प्रभावित इलाके में तनावपूर्ण शांति बनी हुई है। लगातार चौथे दिन ज्यादातर दुकानें बंद रहीं, लेकिन कुशल चौक के पास सड़कों पर सब्जी और फलों की कुछ रेहड़ियां नजर आईं। लोग सब्जी और किराने के सामान खरीदते नजर आए। स्थानीय लोगों के अनुसार, पिछले दिन की तुलना में स्थिति में सुधार हुआ है।