लोक इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व विधायक सिमरजीत सिंह बैंस को रेप केस में कोर्ट ने भगोड़ा करार दिया है, जिसके बाद लुधियाना में कई जगहों पर ‘वॉन्टेड’ पोस्टर लगा दिए गए हैं। वहीं, इसके एक दिन बाद पूर्व विधायक के आधिकारिक फेसबुक पेज से एक पोस्ट शेयर की गई है, जिसके जरिए बैंस ने दावा किया कि यह मामला ‘राजनीतिक प्रतिशोध का नतीजा’ था और वह साजिश करने वालों को बेनकाब करेंगे।

सिमरजीत सिंह बैंस के फेसबुक पोस्ट में लिखा गया है, “बादलों की गरज सुनकर चिड़िया अपना रास्ता बदल लेती होगी, लेकिन बाज हमेशा तूफान के विपरीत उड़ता है और अपनी मंजिल तक पहुंचता है। यह पहली बार नहीं है जब राजनीतिक बदले के कारण मेरे खिलाफ झूठे पुलिस मामले दर्ज किए गए हैं।”

पोस्ट में आगे कहा गया है, “वक्त बदलेगा.. वाहेगुरु की कृपा से इस केस से बेदाग बाहर निकलूंगा और साजिश करने वालों को बेनकाब करके दम लूंगा।… लोक इंसाफ पार्टी।” इस पोस्ट पर उनके समर्थक लगातार कमेंट कर रहे हैं। लोक इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष और आत्म नगर से दो बार विधायक रहे 52 वर्षीय बैंस पर पिछले साल 44 वर्षीय एक महिला द्वारा कथित बलात्कार का मामला दर्ज किया गया था।

महिला ने आरोप लगाया था कि एक संपत्ति विवाद मामले में मदद के लिए सिमरजीत सिंह बैंस से संपर्क करने के बाद तत्कालीन विधायक ने 2020 में उसके साथ कई बार बलात्कार किया। इस बीच, पूर्व विधायक को भगोड़ा घोषित करने वाला एक पोस्टर शिकायतकर्ता महिला द्वारा खुद बैंस के आवास के बाहर लगाया गया था, इस बारे में शिकायतकर्ता महिला के वकील हरीश राय ढांडा ने बताया। वहीं, पुलिस ने लुधियाना के कई प्रमुख जगहों पर मंगलवार को ये पोस्टर लगा दिए हैं।

सार्वजनिक कार्यक्रमों में करते रहे हैं शिरकत

12 अप्रैल को निचली अदालत में अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट हरसिमरनजीत कौर ने बैंस और अन्य आरोपियों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार करने और उन्हें अदालत में पेश करने में नाकाम रहने के बाद ‘घोषित अपराधी’ करार दिया था। इसके बाद उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 174-ए के तहत एक अन्य एफआईआर भी दर्ज की गई थी। भले ही पुलिस पूर्व विधायक को गिरफ्तार करने में नाकाम रही हो, बैंस शहर में सक्रिय हैं। वह सार्वजनिक कार्यक्रमों में भाग लेते रहे हैं और सोशल मीडिया पर लगातार पोस्ट करते रहे हैं।