पंजाब के पटियाला में पिछले शुक्रवार को दो गुटों में हिंसक झड़प हुई जिसमें कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए। निहंग सिख और शिवसेना और हिन्दू राइट विंग के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इस घटना को लेकर पुलिस ने अब तक छह फायर दर्ज की है। अब लोग यह जानने को उत्सुक हैं कि शिवसेना के जिन कार्यकर्ताओं से निहंग सिखों की झड़प हुई, क्या ये उद्धव ठाकरे की शिवसेना के कार्यकर्ता हैं?

द प्रिंट की एक रिपोर्ट के अनुसार पंजाब में 15-16 फर्जी शिवसेना है, जिनमें से कईयों का रजिस्ट्रेशन तक नहीं हुआ है। शुक्रवार को पटियाला में हुई हिंसा के बाद पटियाला पुलिस ने शिवसेना (बालासाहब ठाकरे) के कार्यकारी अध्यक्ष हरीश सिंगला को गिरफ्तार किया था। कुछ देर बाद ही खबर आई कि हरीश को पार्टी से निकाल दिया गया है और यह शिवसेना महाराष्ट्र वाली शिवसेना की इकाई है।

उद्धव ठाकरे की शिवसेना की पंजाब इकाई के प्रमुख योगराज शर्मा ने द प्रिंट को बताया, “हमें यह बताना होता है कि हम उस शिवसेना का हिस्सा हैं जिसकी स्थापना बालासाहेब ठाकरे ने महाराष्ट्र में की थी। पंजाब में 15-16 फर्जी शिवसेना हैं जिनकी कोई मान्यता नहीं है, कोई पंजीकरण नहीं है और हमारे मुंबई कार्यालय से कोई लेना-देना नहीं है। लेकिन फिर भी इनके साथ हमारा नाम जुड़ा है।”

पंजाब में कई शिवसेना है। जैसे शिवसेना (हिंदू), शिवसेना (पंजाब), शिवसेना (तकसली), शिवसेना (हिंदुस्तान), शिवसेना (शेर ए हिंद), शिवसेना (शेर ए पंजाब), शिवसेना (समाजवादी) के साथ अन्य शिवसेना भी हैं। पंजाब में कांग्रेस और अकाली दल के भी नेता मानते हैं कि पंजाब में जितने भी शिवसेना हैं उनकी कोई राजनीतिक वैधता नहीं है और ना ही वह चुनाव लड़ते हैं। उनका काम केवल सिख समूहों के साथ संघर्ष करना और उन्हें भड़काना है।

पंजाब में शुक्रवार को पटियाला में हुई हिंसक झड़प में कुछ सिखों द्वारा खालिस्तान के समर्थन में नारे भी लगाए गए। पुलिस ने इस मामले में भी एफआईआर दर्ज की है। कुछ सिख कार्यकर्ताओं ने काली देवी मंदिर पर भी हमला किया था और वहां मौजूद दुकानों पर भी हमला किया गया। पटियाला पुलिस के कई पुलिसकर्मियों को भी इस हिंसक झड़प में चोट लगी है।