PLC Merge With BJP: पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और पंजाब लोक कांग्रेस के अध्यक्ष कैप्टन अमरिंदर सिंह अगले सप्ताह नई दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होंगे। वह अपनी पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस का भाजपा में विलय कराएंगे। कैप्टन अमरिंदर सिंह अभी अपनी स्पाइनल सर्जरी के लिए लंदन में हैं। उन्होंने पिछले हफ्ते केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी।
बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य हरजीत ग्रेवाल ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि अमरिंदर सिंह के लंदन जाने से पहले ही उनकी पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस का बीजेपी में विलय तय हो गया था। उनके देश लौटने के बाद इसकी औपचारिक घोषणा की जाएगी।
कांग्रेस के पूर्व नेता अमरिंदर सिंह ने नवंबर 2021 में कांग्रेस पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। सितंबर 2021 में उन्हें पंजाब के मुख्यमंत्री पद से हटा दिया गया था और चरणजीत सिंह चन्नी को राज्य की कमान सौंप गई थी। नवजोत सिंह सिद्धू के कारण कांग्रेस नेतृत्व से अमरिंदर सिंह के मतभेद बहुत पहले से चल रहे थे।
विधानसभा चुनाव में अमरिंदर सिंह की पार्टी का प्रदर्शन रहा था ख़राब
कांग्रेस पार्टी छोड़ने के बाद अमरिंदर सिंह ने अपनी नई पार्टी का गठन किया था। उन्होंने 20 फरवरी को पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए पंजाब लोक कांग्रेस का गठन किया था। पंजाब लोक कांग्रेस पंजाब विधानसभा चुनाव में भाजपा और शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के साथ मिलकर चुनाव लड़ी थी। इस गठबंधन में अमरिंदर सिंह की पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस को 37 सीटें मिली थी, लेकिन उनकी पार्टी को चुनाव में एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं हुई। बता दें कि इसी वर्ष अप्रैल महीने में पंजाब सरकार ने पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह की सुरक्षा भी कम कर दी थी।
बीजेपी को भी चुनाव में महज 2 सीटों पर विजय प्राप्त हुई थी। पंजाब लोक कांग्रेस के मुखिया अमरिंदर सिंह अपने गढ़ पटियाला से खुद चुनाव हार गए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 जून को अमरिंदर सिंह की सर्जरी के बाद उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लेने के लिए फोन किया था। उन्होंने कहा था, “यह कैप्टन साहब का हालचाल जानने के लिए सिर्फ एक कॉल था।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कैप्टन अमरिंदर सिंह से रिश्ते जगजाहिर हैं। जब कैप्टन अमरिंदर सिंह कांग्रेस में थे तब भी वह पीएम मोदी से मिलते रहते थे। जब कांग्रेस ने अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटाया था, तब पार्टी ने आरोप लगाया था कि अमरिंदर सिंह की बीजेपी से मिलीभगत है।