पंजाब विधानसभा चुनाव में करारी हार के बावजूद भी कांग्रेस पार्टी में फूट खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। हाल ही में कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से तीन बार के विधायक अमरिंदर सिंह बरार उर्फ़ राजा वड़िंग को पंजाब प्रदेश कांग्रेस की कमान सौपी गई है जिसके बाद पार्टी में एक बार फिर दरार देखने को मिली है।

शुक्रवार को कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष वड़िंग की ओर से अमृतसर में पार्टी के सभी नेताओं की बैठक बुलाई थी लेकिन इस बैठक में पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू नहीं आए। वहीं, पार्टी मीटिंग छोड़कर सिद्धू ने प्रदेश के अन्य बड़े नेता जैसे पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ और पार्टी से निकले जा चुके कांग्रेस नेता अमरीक सिंह ढिल्लों से मुलाकात की।

पंजाब विधानसभा चुनाव में मिली हार: पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को अपनी अंदुरूनी लड़ाई की वजह से सत्ता से बाहर होना पड़ा था। इस चुनाव में आम आदमी पार्टी को रिकॉर्ड 92 सीटों पर जीत हासिल हुई थी जबकि पिछले पांच साल से सत्ता पर काबिज कांग्रेस के मात्र 18 सीटों से संतोष करना पड़ा था।

विधानसभा चुनाव के बाद एक्टिव सिद्धू: विधानसभा चुनाव में हार के बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद से सिद्धू एक बार फिर पंजाब की राजनीति में एक्टिव दिखाई देने लगे हैं। पिछले दिनों उन्होंने पंजाब कांग्रेस के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ मुलाकात की है। इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी सरकार को कानून व्यवस्था और रेत खनन जैसे मुद्दों पर घेरा की कोशिश भी की है।

वड़िंग लगातार तीसरी बार जीते चुनाव: वड़िंग को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का काफी करीबी माना जाता है। प्रदेश में आम आदमी पार्टी की लहर होने के बावजूद भी उन्होंने गिद्दड़बाहा सीट से लगातार तीसरी बार विधानसभा सीट पर जीत हासिल करने में सफलता प्राप्त की है। इससे पहले वे 2014-18 तक यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।

असंतुष्ट नेताओं से की मुलाकात: पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने वड़िंग की मीटिंग छोड़कर कांग्रेस से चार बार विधायक अमरीक सिंह ढिल्लों से मुलाकात की, जिन्हें कांग्रेस पार्टी की तरफ से टिकट ना मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए पार्टी से बाहर निकाल दिया गया था। इसके अलावा उन्होंने पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ से मुलाकात की, जिन्हें पार्टी की तरफ से पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करने को लेकर शो-कॉज नोटिस मिला हुआ है।