पंजाब में ड्रग्स के खिलाफ सरकार का सबसे बड़ा अभियान तेज हो गया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शुक्रवार को सभी जिलों के डीसी और एसएसपी को सख्त निर्देश दिए कि राज्य को नशा मुक्त बनाने के लिए त्वरित और कठोर कार्रवाई करें। इसके तुरंत बाद शनिवार को पूरे पंजाब में ‘युद्ध नशिया विरुद्ध’ के तहत बड़े पैमाने पर छापेमारी शुरू हो गई। इस दौरान 12,000 से अधिक पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों ने मिलकर 750 से ज्यादा ठिकानों पर ड्रग्स कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई की।
भगवंत मान ने कहा- नशा तस्करों को खत्म करके ही लेंगे दम
इस मुहिम के तहत राज्य के सभी जिलों में डीसी और एसएसपी द्वारा गठित विशेष टीमों ने ड्रग माफियाओं के अड्डों पर छापेमारी की। पुलिस की अलग-अलग टीमें तड़के से ही ड्रग तस्करों के नेटवर्क को ध्वस्त करने में जुट गईं। मुख्यमंत्री मान ने स्पष्ट किया कि यह अभियान किसी भी कीमत पर धीमा नहीं होगा और नशा तस्करों को पूरी तरह खत्म करके ही दम लिया जाएगा। राज्य सरकार अब इस लड़ाई को जन अभियान में बदलने की योजना बना रही है ताकि नशे के जाल में फंसे युवाओं को बचाया जा सके।
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मुख्यमंत्री ने पुलिस प्रशासन को यह भी निर्देश दिए हैं कि नशा तस्करों की आपूर्ति लाइनों को पूरी तरह तोड़ा जाए और उन पर कानूनी शिकंजा कसा जाए। इसके तहत नशा तस्करों की संपत्तियों को जब्त करने, उनके अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलाने और किसी भी सरकारी सब्सिडी या मुफ्त सुविधाओं से वंचित करने जैसे कदम उठाए जा रहे हैं। लुधियाना में हाल ही में एक ड्रग तस्कर की संपत्ति ध्वस्त कर वहां लाइब्रेरी बनाने की घोषणा की गई थी, जिसे अन्य जिलों में भी लागू किया जाएगा।
सरकार ने नशे के खिलाफ कार्रवाई में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ भी कड़ी चेतावनी दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ड्रग्स के मामलों में लिप्त पाए जाने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ भी कठोर कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने साफ किया कि इस अभियान की हर महीने समीक्षा की जाएगी और जो अधिकारी नशा मुक्त पंजाब के लक्ष्य को गंभीरता से नहीं लेंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
बैठक के बाद वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा और कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने कहा कि ‘युद्ध नशे के विरुद्ध’ अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुका है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ड्रग माफिया को स्पष्ट चेतावनी दे चुकी है कि या तो पंजाब छोड़ दें या अपनी अवैध गतिविधियां बंद करें, वरना सख्त कार्रवाई के लिए तैयार रहें। लुधियाना, पटियाला और रूपनगर में नशा तस्करों की संपत्तियां पहले ही ध्वस्त की जा चुकी हैं और जरूरत पड़ने पर राज्यभर में ऐसे कदम उठाए जाएंगे। पंजाब सरकार का साफ संदेश है-अब नशा माफिया का सफाया तय है।