पंजाब में सियासत गरमा गई है। मंगलवार को आम आदमी पार्टी के बागी और पटियाला से पार्टी सांसद डा. धर्मवीर गांधी ने राज्य में संयुक्त मोर्चा बनाने की बात कही, वहीं पंजाब कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह ने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू का कांग्रेस में शामिल होने के लिए स्वागत है। उन्होंने कहा, सिद्धू में कांग्रेस का डीएनए है। मंगलवार को यहां पत्रकारों को संबोधित करते हुए डा. गांधी ने कहा कि अगले कुछ ही दिनों में इस मोर्चे का नाम घोषित कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि भविष्य में यह मोर्चा राजनीतिक दल के रूप में काम करेगा। योगेंद्र यादव की डेमोक्रेटिक स्वराज पार्टी, अपना पंजाब पार्टी, स्वाभिमान पार्टी, जय किसान-जय जवान पार्टी और आम आदमी पार्टी वालंटियर्स फ्रंट ने डा. गांधी को समर्थन की घोषणा की है। गांधी ने कहा कि यह मंच उन लोगों की आवाज बनेगा जो पंजाब को खुशहाल देखना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘हमारा मंच विधानसभा चुनाव लड़ेगा। हम भले ही सभी 117 विधानसभा सीटों पर चुनाव न लड़ पाएं पर हम 2017 में कम से कम 15-20 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े करेंगे।’
उन्होंने बताया कि हम सब शिरोमणि अकाली दल का इसलिए विरोध करना चाहते हैं क्योंकि उसने पंजाब को बर्बादी के कगार पर ला खड़ा किया है।’ उन्होंने कहा कि उनका नया मंच आप पार्टी की तरह ‘डिटॉल का धुला होने’ जैसा दावा नहीं करेगा, बल्कि यह उन लोगों के लिए खुला मंच होगा जो प्रदेश से सच्चा प्यार करते हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि वे आप से इस्तीफा नहीं देंगे और न ही पटियाला के लोगों से धोखा करेंगे, जिन्होंने उन्हें चुनकर लोकसभा में भेजा है और वे पहले की ही तरह सांसद बने रहेंगे। उन्होंने कहा कि यदि उन्हें आप से इस्तीफा देना पड़ा तो उन्हें लोकसभा से भी इस्तीफा देना पड़ेगा क्योंकि ऐसा करना दलबदल विरोधी कानून के तहत आता है।
उन्होंने यहां तक कहा कि यदि वह चाहते तो अरविंद केजरीवाल को कभी भी आप से बाहर फेंक सकते थे पर यदि केजरीवाल में दम है तो वह उन्हें पार्टी से निकालकर दिखाएं। गांधी ने कहा कि पार्टी के संयोजक सुच्चा सिंह छोटेपुर, सुखपाल खेड़ा व कंवर सिंह संधू सरीखे वरिष्ठ नेताओं समेत आप के नेताओं का खुलेआम अपमान हो रहा है क्योंकि उम्मीदवार चुनते समय उन्हें अलग-थलग कर दिया गया। उन्होंने इन सभी नेताओं को उनके मंच में आने का खुला न्योता देते हुए बताया कि उन्होंने कंवर संधू से भी संपर्क साधा पर उनका जवाब अभी नहीं आया।
इस बीच पंजाब कांग्रेस की विभिन्न कमेटियों की बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में प्रदेश प्रमुख अमरिंदर सिंह ने कहा कि (पूर्व भाजपा सांसद) नवजोत सिंह सिद्धू का कांग्रेस में शामिल होने के लिए स्वागत है। उन्होंने कहा, ‘सिद्धू एक पुराने कांग्रेसी परिवार से संबंध रखते हैं और उनके पिता पार्टी के सदस्य रहे हैं। उनमें (सिद्धू में) कांग्रेस का डीएनए है।’ उन्होंने कहा, ‘हम सिद्धू को कांग्रेस में एक प्रमुख भूमिका दे सकते हैं।’ अमरिंदर ने कहा कि 2017 विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के चिह्न पर चुनाव लड़ने के लिए एक परिवार से एक ही सदस्य को टिकट दिया जाएगा। पंजाब में कांग्रेस को पार्टी चिह्न पर चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवारों से 1661 आवेदन मिले हैं। पंजाब में 117 विधानसभा सीटें हैं और कई उम्मीदवारों और परिवार के सदस्यों ने कई सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए आवेदन किया है।
उन्होंने इस बात को खारिज कर दिया कि पंजाब में आप की एक लहर है। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस 2017 के विधानसभा चुनाव में अकालियों और आप को परास्त करेगी।
सिंह ने कहा कि अकाली दल के विधायकों परगट सिंह और इंद्रबीर सिंह बलोरिया के लिए कांग्रेस के दरवाजे खुले हुए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का चुनावी घोषणापत्र एक व्यापक दस्तावेज होगा जिसमें युवाओं, किसानों, मादक पदार्थ, कृषि, दलितों, महिलाओं और शहर को लेकर मुद्दे सूचीबद्ध होंगे। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के कथित तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने और यह सुझाव देने कि चंडीगढ़ के प्रशासक का पद पंजाब और हरियाणा के बीच बारी-बारी से होना चाहिए, सिंह ने इस विचार को खारिज कर दिया और खट्टर से कहा कि वह इतिहास पढ़ें क्योंकि यह कदम राजीव-लोंगोवाल समझौते का उल्लंघन होगा।

