Punjab Bharti Kisan Union: पंजाब में भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) और उग्राहां ने गुरुवार (20 अक्टूबर, 2022) को संगरूर में मुख्यमंत्री भगवंत मान के आवास के बाहर एक रैली का आयोजना किया। जिसमें हजारों की संख्या में किसान मौजूद रहे। इस दौरान किसानों ने बारिश के कारण खराब हुईं फसलों और मरी हुई गायों को लेकर मुआवजे की मांग की।
पिछले 11 दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों ने सीएम के आवास की ओर जाने वाले सभी प्रवेश और निकास बिंदुओं को अवरुद्ध करने की धमकी दी थी। सीएम आवास के पास भारतीय किसान संघ के बैनर तले बड़ी संख्या में किसानों का धरना बुधवार को 11वें दिन में प्रवेश कर गया।
बता दें, किसानों ने 9 अक्टूबर को विभिन्न मांगों के समर्थन में अपना अनिश्चितकालीन विरोध शुरू किया। जिसमें बारिश और कीट के हमले के कारण जिन किसानों की फसल खराब हुई थी उन्हें मुआवजा, धान की पराली के प्रबंधन के लिए 200 रुपये प्रति क्विंटल की वित्तीय सहायता, भूमि अधिग्रहण के लिए किसानों को पर्याप्त मुआवजा, उन डेयरी किसानों को मुआवजा, जिनके पशुओं की लंपी वायरस के कारण मृत्यु हो गई।
बीकेयू (एकता उग्राहां) के महासचिव सुखदेव सिंह कोकरीकलां ने कहा, ‘हम अपनी मांगें पूरी होने तक अपना विरोध जारी रखेंगे। विरोध प्रदर्शन के दौरान किसानों ने अपने ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को सड़क के तीन किलोमीटर के हिस्से पर खड़ा कर दिया, जैसा कि किसानों निरस्त किए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ अपने आंदोलन के दौरान दिल्ली के पास टिकरी और सिंघू बॉर्डर पर किया था।
किसानों का कहना है कि हमें अपने विरोध के लिए बड़े पैमाने पर समर्थन मिल रहा है, जो राज्य सरकार पर हमारी मांगों को स्वीकार करने के लिए दबाव डालने के लिए आयोजित किया जा रहा है। राज्य के विभिन्न हिस्सों से लोग हमारे आंदोलन में शामिल हो रहे हैं।
किसान राशन, गद्दे, रसोई गैस सिलेंडर, पंखे और अन्य आवश्यक सामान भी एकत्रिक किया है। किसानों का कहना है कि जब उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं, तब तक उनका यह आंदोलन जारी रहेगा। किसानों ने सड़क किनारे रहने के लिए कुछ अस्थाई झोपड़ियां भी बनाई हैं। प्रदर्शनकारी किसानों को संबोधित करने के लिए मंच भी बनाया गया है।